महरौली हत्याकांड  IANS
उत्पीड़न/अपराध

महरौली हत्याकांड के आरोपी को शव के टुकड़ों की बरामदगी के लिए महरौली वन क्षेत्र ले जाया गया

सूत्रों ने कहा कि अगर अवशेषों के मानव होने की पुष्टि होती है, तो उनका मिलान मृतका के पिता के डीएनए से किया जाएगा।

न्यूज़ग्राम डेस्क

 महरौली हत्याकांड: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की फोरेंसिक टीम मंगलवार को महरौली (Mehrauli) वन क्षेत्र से एकत्र किए गए 10 संदिग्ध मानव अंगों की जांच के लिए दिल्ली के महरौली पुलिस स्टेशन गई थी। दरअसल, एक 26 वर्षीय लड़की की उसके लिव-इन पार्टनर (प्रेमी) ने हत्या करने के बाद उसके शरीर को कई हिस्सों में काट दिया था। सूत्रों ने कहा कि अगर अवशेषों के मानव होने की पुष्टि होती है, तो उनका मिलान मृतका के पिता के डीएनए से किया जाएगा। आज (मंगलवार) सुबह दूसरी बार पुलिस टीम आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को श्रद्धा के शव के अवशेष बरामद करने के लिए महरौली वन क्षेत्र ले गई जिसे आरोपी ने 35 टुकड़ों में काट दिया था। आरोपी को सबसे पहले सोमवार को इलाके में ले जाया गया था।

शनिवार को आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस टीमों ने कई खोज के बाद मानव शरीर के 10 संदिग्ध अंग बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि 18 मई को शव के टुकड़े करने के बाद आरोपी ने अगले दिन एक बड़ी भंडारण क्षमता वाला नया रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) खरीदा और शरीर के अंगों के छोटे-छोटे टुकड़े कर उसमें रख दिया।

बदबू को छिपाने के लिए उसने अपने घर पर अगरबत्ती जलाई। आफताब कथित तौर पर अमेरिकी अपराध शो 'डेक्सटर (Dexter)' से प्रेरित था, जो एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताता है जो दोहरी जिंदगी जीता है। सूत्रों के मुताबिक, प्रशिक्षित शेफ होने के नाते आरोपी चाकू का इस्तेमाल करने में भी माहिर था।

लोगों के साथ साइबर (Cyber Crime) अपराध में वृद्धि हुई है।

हालांकि अभी तक हत्या का हथियार बरामद नहीं हुआ है। उसने 18 दिनों तक शरीर के टुकड़ों को अलग-अलग स्थानों पर फेंका था। शक से बचने के लिए वह रात करीब 2 बजे पॉलीबैग में बॉडी पार्ट रखकर घर से निकल जाता था।

मामला 8 नवंबर को तब सामने आया जब पीड़िता के पिता महाराष्ट्र के पालघर से एक पुलिस टीम के साथ महरौली पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे, जिसके बाद जांच शुरु हुई और 18 मई को की गई खौफनाक हत्या का पूरा मामला सामने आया।

आईएएनएस/PT

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।