<div class="paragraphs"><p>प्रगति मैदान में लगे विश्व पुस्तक मेले में डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' की दो पुस्तकों का विमोचन (NewsGram)</p><p></p></div>

प्रगति मैदान में लगे विश्व पुस्तक मेले में डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' की दो पुस्तकों का विमोचन (NewsGram)

 

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प्रगति मैदान में लगे विश्व पुस्तक मेले में डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' की दो पुस्तकों का विमोचन

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूजग्राम हिंदी: नेशनल बुक ट्रस्ट (National Book Trust) ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' (Dr. Ramesh Pokhriyal 'Nishank') की दो पुस्तकों का विमोचन किया है। नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) द्वारा प्रगति मैदान (Pragati maidan) में आयोजित विश्व पुस्तक मेले (World Book fair) में इन पुस्तकों को जारी किया गया।

विश्व पुस्तक मेले के तीसरे दिन सोमवार को थीम पवेलियन में एनबीटी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के अवसर पर प्रकाशित डॉ. निशंक की दो पुस्तको 'पेशावर कांड की महानायक- वीर चंद्र सिंह गढ़वाली' तथा ' हिमनद-मानव जीवन का आधार' का विमोचन अनिल वरिष्ठ साहित्यकारों तथा शिक्षाविदों द्वारा किया गया।

अम्बेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफे. सत्यकेतु सांकृत ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वाधीनता आंदोलन में अपने प्राणों की बाजी लगाने वाली पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली कि कहानी को समाज के सामने लाकर डॉ निशंक ने निसंदेह एक प्रशंसनीय कार्य किया है।

हंसराज कॉलेज की प्राचार्य प्रो. रमा ने कहा की डॉ. निशंक की यह पुस्तक नई पीढ़ी के लिए प्रेरणापुंज का कार्य करते हुए उसमें राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार करने में कामयाब होगी। मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति सुमित्रा कुकरेती ने कहा हिमालय और पर्यावरण तथा हिमनद पर डॉ.निशंक की यह वैज्ञानिक पुस्तक पर्यावरण प्रिमियों, चिंतको तथा हिमालय पर शोध करने वाले छात्रों के साथ-साथ आम जनमानस ने भी पर्यावरण हिमालय और हिमनद के प्रति चेतना जागृत करेंगी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ बी. एल. गौड़ ने कहा डॉ निशंक देश के एक ऐसे पहेले राजनेता है जो साहित्य और राजनीति के साथ-साथ सामाजिक विषयों, हिमालय, गंगा और पर्यावरण पर गंभीर चिंतन करते हैं।

विश्व पुस्तक मेला

कार्यक्रम में अम्बेडकर विश्वविद्यालय के प्रो. सत्यकेतु सांकृत, गार्गी कॉलेज के प्रो. श्रीनिवास त्यागी, हंसराज कॉलेज के प्रो. विजय मिश्र, दिल्ली विश्वविद्यालय पूर्व प्रो. नीलम सक्सेना एवं केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के प्रो. ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार एवं एन बी टी के शासी निकय के सदस्य डॉ. योगेंद्र नाथ शर्मा 'अरूण' द्वारा किया गया। इस अवसर पर एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक, प्रधान संपादक नीरा जैन, संपादक कमलेश कुमारी ,संपादक पंकज चतुर्वेदी सहित अन्य अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

--आईएएनएस/PT

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