Success Story of Jensen Huang : इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही एआई (AI) चिप भी चर्चा में हैं। एआई चिप सेमीकंडक्टर होती हैं, लेकिन खासतौर से एआई के लिए डिजाइन की गई चिप को एआई चिप कहते हैं। कंप्यूटर से लेकर कार तक में इनका इस्तेमाल होता है और इन्हें प्रोडक्ट की जरूरत के मुताबिक डिजाइन भी किया जाता है।एआई चिप की एक बड़ी डिजाइनर कंपनी एनवीडिया को इससे खूब फायदा हुआ और वह 1 लाख करोड़ डॉलर वाली पहली चिप कंपनी बन गई। इस कंपनी की स्थापना ताइवान में पैदा जेनसन हुआंग ने साल 1993 में की थी। यह कंपनी पहले वीडियो-गेम ग्राफिक्स चिप्स बनाती थी। आज हम जेनसन हुआंग के इस सफ़र के बारे में आपको जानकारी देंगे।
एनवीडिया की स्थापना जेनसन हुआंग ने की थी। इनका जन्म 1963 में ताइवान में हुआ था और इनका पालन पोषण भी ताइवान और थाईलैंड में हुआ। साल 1973 में उनके माता-पिता ने उन्हें अमेरिका में अपने रिश्तेदारों के पास भेज दिया इसी वजह से हुआंग की आगे की पढ़ाई अमेरिका में हुई। साल 1984 में ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया और फिर 1992 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने एक कंपनी में भी काम किया और चिप डिजाइन करने का अनुभव प्राप्त किया। एनवीडिया की स्थापना के लिए वह अपने दो दोस्तों के साथ डिनर पर मिल कर इसके बारे में चर्चा किए थे।
एनवीडिया की स्थापना अप्रैल 1993 में हुई थी। शुरुआती दौर में यह कंपनी वीडियो गेम ग्राफिक्स चिप्स बनाती थी लेकिन एआई चिप्स की बढ़ती मांग देख कर यह चिप बनाने का सोचा।एनवीडिया फिलहाल 1.46 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया की छठी और अमेरिका की पांचवीं वैल्यूएबल कंपनी इसका मार्केट कैप वॉरेन बफे की बर्कशायर हैथवे, मार्क जकरबर्ग की मेटा, एलन मस्क की टेस्ला से भी ज्यादा है। उनका 52.7 अरब डॉलर के नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 24वें नंबर पर हैं।
इस साल कंपनी के शेयरों में काफी तेजी आई है। दुनियाभर की कंपनियां ज्यादा पावरफुल कंप्यूटरों का रुख कर रही हैं जो चैटजीपीटी जैसे जेनरेटिव एआई को हैंडल कर सकें।बात करे कोरोना काल की तो उस समय कंपनी के शेयरों में भारी तेजी आई। यह चिप का ही कमाल था कि माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों को बिंग जैसे फीचर डेवलप करने में मदद मिली।