World’s loneliest man : अर्जेंटीना में रहने वाले इस व्यक्ति को अकेला रहना इतना पसंद है कि वो हर किसी से दूर एपेक्युएन नाम के शहर में रहते हैं जो आज खंडहर में तब्दील हो चुका है। (Wikimedia Commons)
World’s loneliest man : अर्जेंटीना में रहने वाले इस व्यक्ति को अकेला रहना इतना पसंद है कि वो हर किसी से दूर एपेक्युएन नाम के शहर में रहते हैं जो आज खंडहर में तब्दील हो चुका है। (Wikimedia Commons) 
अन्य

खंडहर को बना लिया अपना घर, ये है दुनिया का सबसे अकेला आदमी

न्यूज़ग्राम डेस्क

World’s loneliest man : अकेलापन इंसान को अंदर ही अंदर खा जाता है लेकिन अर्जेंटीना में रहने वाले इस व्यक्ति को अकेला रहना इतना पसंद है कि वो हर किसी से दूर, अपने परिवार से भी दूर ऐसे शहर में रहता है, जो 25 सालों तक बाढ़ में डूबा था और आज खंडहर में तब्दील हो चुका है। इस शहर को लोग भूतों का बसेरा भी मानने लगे हैं। इसी कारण से इस शख्स को ‘दुनिया का सबसे अकेला आदमी’ माना जाता है। हम बात कर रहे हैं पाबलो नोवाक की जो 93 साल के है।

डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार पाबलो, एपेक्युएन नाम के शहर में रहते हैं। जो अर्जेंटीना के ब्यूनोस एरीज़ से 400 किलोमीटर दूर है। साल 1985 में यहां ऐसा तूफान आया था जिसमें लहरों के कारण एक बांध टूट गया और ये शहर पानी में लंबे वक्त के लिए डूब गया । आपको जानकर हैरानी होगी कि ये जगह एक वक्त पर महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट हुआ करता था। यहां करीब 5000 लोग रहा करते थे पर पानी की वजह से सब इस शहर को छोड़कर चले गए।

खंडहर में कर लिया अपना बसेरा

साल 2009 में जब पानी का स्तर नीचे गया तो और मौसम में सुधार हुआ तो नजर आया कि चारों ओर खंडहर जैसे घर बचे थे और मलबे पड़े थे। तब पाबलो अपने मवेशियों के साथ यहां रहने के लिए लौट आए। उन्होंने एक खंडहर बन चुके मकान को अपना घर बना लिया जिसके बाहर बगीचा भी था। उनका नया घर धूल से भरा है, और वो बिना बिजली के रहते हैं। वो अकेले ही थे जो यहां लौटे थे, उनके परिवार ने उनका साथ नहीं दिया और पास के दूसरे कस्बे में रहने चले गए। अब वो यहां अपने मवेशी और पालतू कुत्ते के साथ रहते हैं।

पाबलो नोवाक जो की 93 साल के है। उन्होंने कहा कि अब जो भी उम्र है उसमें वो सिर्फ जीवन का आनंद उठाना चाहते हैं वो यहां पर खुश रहते हैं। (Wikimedia Commons)

अकेले ही वह खुश है

पाबलो ने कहा कि वो यहां जानवरों के साथ रहने आए थे, फिर कभी लौटकर नहीं गए। उन्होंने कहा कि अब जो भी उम्र है उसमें वो सिर्फ जीवन का आनंद उठाना चाहते हैं, इस वजह से वो यहां पर खुश रहते हैं। डेली स्टार के अनुसार जब ये जगह काफी फेमस थी, तब साल में 20 हजार से ज्यादा टूरिस्ट यहां आते थे। माना जाता है कि यहां पर एक तालाब था, जिसमें स्किन से जुड़ी समस्याओं को हल करने की शक्तियां थीं।

20 मई को है हिंदू नववर्ष का पहला सोम प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत पहली बार 14 लोगों को मिला सिटीजनशिप सर्टिफिकेट

कैसे बनी देश की पहली रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी? इस कंपनी के मालिक है विंड मैन ऑफ इंडिया

चांदनी चौक के पुन:र्निर्माण के लिए समर्पित: BLP उम्मीदवार योगेंद्र सिंह

इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस कैसे करता है काम? सभी देश करते हैं इनके निर्णय का पालन