कार्रवाई के दौरान करीब 200 पेटी शराब जब्त की गई, जबकि चार शराब तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस कार्रवाई के बाद शराब कारोबार से जुड़े गिरोहों में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, कटोरिया पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि झारखंड से एक बड़े काफिले के जरिए बिहार (Bihar) में भारी मात्रा में विदेशी शराब की खेप भेजी जा रही है। सूचना मिलते ही ग्रामीण और जंगली इलाकों की सड़कों पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान, संदिग्ध रूप से भाग रहे दूध टैंकर और दूध ढोने वाली मिनी पिकअप वैन को रोकने की कोशिश की गई, मगर चालक वाहनों को तेज गति से भगाने लगे। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर दोनों वाहनों को रोक लिया।
पुलिस जांच में पता चला कि गिरोह दूध टैंकर और डेयरी सप्लाई वाहनों के जरिए अवैध शराब की सप्लाई करता था ताकि पुलिस और उत्पाद विभाग को गुमराह किया जा सके। ये तस्कर (Smuggling) मुख्य मार्ग से बचकर ग्रामीण रास्तों से खेप को आगे बढ़ाते थे।
दूध वाहनों के बाद पुलिस ने एक लक्जरी कार को रोका, जिसकी तलाशी ली गई तो पूरी टीम भी हैरान रह गई। कार में सीटों के नीचे, डिक्की में और यहां तक कि इंजन के नीचे की जगह में भी शराब की बोतलें छिपाई गई थीं। कार चालक की पहचान चंदन कुमार, पिता मोहन पोद्दार, ग्राम विशनपुर चांदनी चौक, जिला बेगूसराय (Begusarai) के रूप में की गई।
जानकारी के अनुसार, यह शराब तस्करों का संगठित गिरोह लंबे वक्त से दूध टैंकरों का इस्तेमाल कर तस्करी कर रहा था। इस नेटवर्क की मदद से झारखंड से बिहार में कीमती विदेशी शराब लाई जाती थी और फिर इसकी सप्लाई की जाती थी। गिरफ्तार (Arrest) किए गए चारों तस्करों से पूछताछ जारी है।
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