नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 26 मई, 2014 को पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने थे। वैसे तो प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने कई रिकॉर्ड बना दिए हैं, लेकिन पिछले 8 वर्षों से रिकॉर्ड बनाने का उनका सफर जारी है। 2014 में सत्ता की बागडोर संभालने वाले नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ था। 1984 के लोकसभा चुनाव के 30 वर्षों के बाद 2014 में कोई पार्टी (BJP) अपने दम पर बहुमत हासिल कर सरकार बनाने जा रही थी। उस चुनाव में भाजपा को अकेले 282 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और नरेंद्र मोदी ने एनडीए के प्रधानमंत्री के तौर पर 26 मई 2014 को देश की बागडोर संभाली थी। 2019 में लगातार दूसरी बार पहले से भी ज़्यादा, 303 लोक सभा सीटों पर अकेले जीत हासिल कर प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता की बागडोर संभाल कर मोदी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इंदिरा गांधी (Indra Gandhi) के बाद वो देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए जिन्होंने लगातार दूसरी बार बहुमत के साथ सरकार बनाई है।
2014 के लोक सभा चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा (BJP) एक के बाद एक राज्य दर राज्य चुनाव जीतती रही और नए-नए रिकॉर्ड बनाती रही। 18 करोड़ प्राथमिक सदस्यों के साथ आज भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
2014 में नरेंद्र मोदी जब देश के प्रधानमंत्री बने थे उस समय देश के सिर्फ सात राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार थी। 5 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री थे तो वहीं 2 राज्य बिहार और पंजाब में सहयोगी दल के नेता सरकार के मुखिया थे। इसके बाद भाजपा की जीत का सफर शुरू हुआ और 2018 में भाजपा अब तक के शीर्ष पर पहुंच गई, जब देश के 21 राज्यों में भाजपा और उनके सहयोगी दलों की सरकार थी।
आगे चलकर कुछ राज्यों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा लेकिन वर्तमान में भी भाजपा मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की तुलना में काफी आगे है और सबसे बड़ी बात है कि मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, बेहतर रणनीति, संगठन और बूथ स्तर तक चुनावी रणनीति बनाकर भाजपा भविष्य में भी लगातार चुनाव जीतते रहने की रणनीति बना रही है।
हाल ही में जयपुर में आयोजित पार्टी पदाधिकारियों की बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की विकास यात्रा के साथ-साथ भविष्य की योजना बताते हुए यह कहा था, "देश के 18 राज्यों में भाजपा की सरकार है। भाजपा के 1300 से अधिक विधायक और 400 से अधिक सांसद हैं। इन सभी सफलताओं को देखकर कोई यह सोच सकता है कि अब काफी हो गया, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते हमें चैन से बैठने का कोई हक नहीं है, कोई अधिकार नहीं है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 25 वर्षों का लक्ष्य निर्धारित करते हुए भाजपा के तमाम कार्यकर्ताओं और नेताओं को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देश के सभी वर्गों के लोगों तक पहुंचे।
यही वजह है कि सत्ता में आने के 8 वर्ष पूर्ण होने के एक दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) देश के तमाम बूथों पर भाजपा को मजबूत बनाने की रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए सुबह 'बूथ सशक्तिकरण अभियान' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, तो शाम को गृह मंत्री अमित शाह और मोदी सरकार के अन्य मंत्रियों के साथ बैठक कर उन्हें पिछले लोक सभा चुनाव में हारे हुए 144 लोकसभा सीटों पर जीत दिलाने का टास्क सौंप रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं आज दोपहर को हैदराबाद में आईएसबी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करने जा रहे हैं और शाम को चेन्नई के जेएलएन इंडोर स्टेडियम में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
2019 में लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद, नरेंद्र मोदी ने 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री पद की दोबारा शपथ ली थी, इसलिए इस बार भाजपा और केंद्र सरकार 30 मई से ही देश भर में सरकार के 8 वर्ष पूरा होने पर मेगा अभियान चलाने जा रही है। इस अवसर पर भाजपा देशभर में 30 मई से 14 जून तक 'सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण' की थीम पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है।
(आईएएनएस/PS)