China और India के बीच सहयोग का नया विषय है Yoga IANS
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China और India के बीच सहयोग का नया विषय है Yoga

चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान की उपलब्धि होने के नाते चीन के युन्नान मिनचू विश्वविद्यालय ने वर्ष 2015 में चीन में पहले योग कॉलेज की स्थापना की।

न्यूज़ग्राम डेस्क

हर साल 21 जून को International Yoga Day मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य योग अभ्यास से होने वाले फायदों के बारे में लोगों की जानकारी बढ़ानी है। 11 दिसंबर 2014 को 193 सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations) में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस स्थापित करने पर सहमति बनाई। चीन समेत 177 देशों ने इस सुझाव का समर्थन किया। चीन का ताईची और भारत का योग दोनों एशियाई सभ्यता के उत्कृष्ट प्रतिनिधि हैं। वर्ष 2014 में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) ने भारत की यात्रा के दौरान कहा था कि ताईची और योग काफी हद तक मिलते-जुलते हैं। चीन और भारत के लोगों में हजारों सालों से लागू जीवन का सिद्धांत भी मिलता-जुलता है। वहीं, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने चीन के दौरे के दौरान पेइचिंग में ताईची-योग मिलन शीर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया।

ताईची और योग दो सभ्यता व्यवस्थाएं दिखाते हैं, लेकिन दोनों का समान लक्ष्य है कि अभ्यास के जरिए आध्यात्मिक आनंद हासिल करना। यह पूर्वी संस्कृति का सार है। अब दोनों प्राचीन व्यायाम दुनिया भर में लोकप्रिय होने लगे हैं।

ताईची चीन का राष्ट्रीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत है और यूनेस्को की गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में भी शामिल है। हर दिन सुबह पार्क में बहुत सारे लोग ताईची का अभ्यास करते हैं, जिनमें विदेशी लोग भी होते हैं। योग भारत में पैदा हुआ, लेकिन चीन के बड़े-छोटे शहरों में इधर उधर योग स्टूडियो देखने को मिलते हैं। अभ्यास करते समय बहुत सारे लोग भारतीय संस्कृति में रुचि लेने लगे।

चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान की उपलब्धि होने के नाते चीन के युन्नान मिनचू विश्वविद्यालय ने वर्ष 2015 में चीन में पहले योग कॉलेज की स्थापना की। इस का नाम चीन-भारत योग कॉलेज ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय ताईची कॉलेज भी है। यह भारत के बाहर दुनिया का पहला योग कॉलेज है और भारत में शाखा स्थापित करने वाला पहला ताईची कॉलेज है। कॉलेज का उद्देश्य चीन में योग और दुनिया में ताईची का प्रचार-प्रसार करना है।

चीन और भारत दुनिया में सिर्फ दो देश हैं, जिनकी जनसंख्या 1 अरब से अधिक है। ताईची और योग में सहयोग अवश्य ही दोनों देशों के रणनीतिक सहयोग के लिए गहरा जनमत आधार तैयार होगा।
(आईएएनएस/PS)

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