सरकार ने गुरुवार को स्थानीय स्तर पर उत्पादित तेल पर विंडफॉल (अप्रत्याशित) टैक्स घटाने की घोषणा की, जिसे घटाकर 4,900 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। इसके अलावा, डीजल पर निर्यात कर को भी घटाकर 6.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया। ये दरें 2 दिसंबर, 2022 से लागू होंगी। विंडफॉल टैक्स, जिसे विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क के रूप में भी जाना जाता है, इस साल 1 जुलाई को सरकार द्वारा असाधारण मुनाफे पर उद्योग पर टैक्स (tax) लगाने के लिए लाया गया था, जो उसने वैश्विक बाजारों में परिष्कृत कच्चे तेल की बिक्री के माध्यम से अर्जित किया था।
सरकार हर पखवाड़े इस टैक्स की समीक्षा करती है। कई देश ऊर्जा कंपनियों के असाधारण मुनाफे पर टैक्स लगाते हैं। जब सरकार ने जुलाई में विंडफॉल टैक्स पेश किया था, तो पेट्रोल (Petrol) और जेट ईंधन पर 6 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया गया था। इसके अलावा डीजल (Diesel) पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क भी लगाया गया था।
कई प्रमुख तेल कंपनियां इस कर से प्रभावित हुई थीं और उनमें से कुछ ने सरकार से आग्रह किया था कि इसे वापस ले लिया जाए और इसके बजाय प्रोद्भवन प्राप्त करने के लिए लाभांश पद्धति को अपनाया जाए।
आईएएनएस/RS