संतोष सहनी के उम्मीदवारी वापस लेने पर राजद (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "यह उनका फैसला है। हम उनका समर्थन करते हैं, क्योंकि हम उनसे अलग नहीं हैं।"
दरअसल, दरभंगा जिले की गौड़ा बौराम सीट पर महागठबंधन के घटक दलों राजद और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच फ्रेंडली फाइट (Friendly Fight) जैसी स्थिति थी। राजद के टिकट पर यहां से अफजल अली खान ने अपना नामांकन दाखिल किया, जबकि संतोष सहनी विकासशील इंसान पार्टी से चुनाव मैदान में खड़े थे। हालांकि, पहले चरण की वोटिंग से पहले संतोष सहनी चुनाव मैदान से हट गए हैं।
मुकेश सहनी ने बुधवार को अपने भाई की उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने राजद उम्मीदवार अफजल अली को अपना समर्थन दिया।
उन्होंने कहा, "बिहार में बदलाव की लड़ाई, सामाजिक न्याय की स्थापना और समाज को उसका हक दिलाने की यात्रा आसान नहीं होती। कभी–कभी अपने बड़े लक्ष्य के लिए बड़ी कुर्बानियां देनी पड़ती हैं। संतोष सहनी ने गौड़ाबौराम और बेहतर बिहार के हित में बड़ा त्याग करने का फैसला लिया है। इसी भावना के साथ हमने राजद प्रत्याशी अफजल अली को समर्थन देने का निर्णय लिया है।"
मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने कहा कि यह निर्णय बिहार (Bihar) के बेहतर भविष्य और सामाजिक न्याय के संकल्प का प्रतीक है। हमारा उद्देश्य साफ है बदलाव की यह मशाल जलती रहे और हर वह आवाज मजबूत हो जो समानता, सम्मान और अधिकार की बात करती है। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन एकजुट है और बिहार में नया इतिहास लिखने को तैयार है।
संतोष सहनी के उम्मीदवारी वापस लेने के बाद अब गौड़ा बौराम में 11 उम्मीदवार बचे हैं। भाजपा ने यहां से सुजीत कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है।
बता दें कि गौड़ा बौराम समेत बिहार की 121 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 6 नवंबर को वोटिंग है।
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