लंपी वायरस से बुरी तरह प्रभावित राजस्थान, पंजाब और गुजरात  IANS
राष्ट्रीय

लंपी वायरस से बुरी तरह प्रभावित राजस्थान, पंजाब और गुजरात

लंपी रोग के प्रसार को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास सकारात्मक परिणाम दिखा रहे हैं।

न्यूज़ग्राम डेस्क

राजस्थान, पंजाब और गुजरात जैसे राज्य लंपी वायरस (Lumpy virus) के प्रसार से बुरी तरह प्रभावित हैं, जो अब तक देश भर में लगभग 20,57,700 जानवरों को संक्रमित कर चुका है। वहीं दूसरी ओर बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश इस जानलेवा बीमारी को फैलने से रोकने में कामयाब रहा है। पशुपालन और डेयरी विभाग के मुताबिक अब तक 20,57,700 जानवर इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 97,000 से ज्यादा जानवरों की मौत हो चुकी है। राज्यों में, राजस्थान अब तक वायरस से संक्रमित लगभग 14 लाख जानवरों के साथ सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है, जिनमें से 64,000 की मौत हो चुकी है। राजस्थान के बाद पंजाब है, जिसमें 1,73,159 संक्रमित जानवर हैं, जिनमें से 17,200 की मौत हो चुकी है और मृत्यु दर 10 प्रतिशत से अधिक है।

गुजरात में अब तक 1,56,236 जानवर इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 5,544 की मौत हो चुकी है। इसी तरह, हिमाचल प्रदेश में, 66,333 जानवर इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 2,993 की मौत हो चुकी है, जबकि हरियाणा में कुल 97,821 जानवरों में से 1,941 जानवरों की मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर में संक्रमित जानवरों की संख्या 32,391 है, जिनमें से 333 की मौत हो चुकी है।

इसी तरह, उत्तर प्रदेश में इस वायरस से संक्रमित हुए 26,024 जानवरों में से 273 जानवरों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने कहा कि लंपी रोग के प्रसार को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास सकारात्मक परिणाम दिखा रहे हैं। छह सबसे बड़े और सबसे गंभीर रूप से प्रभावित राज्यों की तुलना में यूपी लम्पी वायरस के प्रसार को रोकने में सबसे सफल राज्य के रूप में उभरा है।

पशुधन और डेयरी विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार हम टीम 9 की स्थापना करके एक नियमित मूल्यांकन कर रहे हैं, टीम 9 कोविड के प्रकोप के दौरान बनाई गई थी। हमने एक महत्वपूर्ण उपचार और टीकाकरण प्रयास शुरू किया है। हम वायरस को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहे हैं। राज्य के पश्चिमी हिस्से में 26 जिले लंपी रोग से प्रभावित हैं। योगी सरकार द्वारा वायरस के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के परिणामस्वरूप मृत्यु दर सिर्फ 1 प्रतिशत है जबकि 64 प्रतिशत संक्रमित जानवर ठीक हो चुके हैं। पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए सरकार नियमित टीकाकरण करा रही है।

इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए यूपी सरकार ने रणनीति तैयार की, जिसके तहत रिंग और बेल्ट बनाकर सघन टीकाकरण किया जा रहा है। बेल्ट-1 नेपाल से मध्य प्रदेश तक 320 किमी लंबा है, जबकि बेल्ट-2 बुंदेलखंड क्षेत्र में बनाया गया है जो 155 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। अंतरराज्यीय एवं अंतर्जिला सीमा से सटे गांवों एवं प्रखंडों में पशुओं के टीकाकरण को प्राथमिकता दी जा रही है। राज्य में टीकाकरण के लिए 1,126 टीमों का गठन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 50 लाख पशुओं को टीका लगाया गया है। सरकार ने 10 अक्टूबर तक 1 करोड़ टीके लगाने का लक्ष्य रखा है। राज्य में 1.22 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज उपलब्ध हैं।

(आईएएनएस/HS)

Bihar Assembly Election 2025 LIVE: पहले चरण के विधानसभा चुनाव में दोपहर 1 बजे तक 42.31% मतदान दर्ज किया गया।

चीन के झिंजियांग में भूकंप के झटके, 4.7 की तीव्रता से हिली धरती

सरकार चुनने के लिए नहीं, बल्कि बिहार के विकास के लिए भी करें मतदान: विजय सिन्हा

'शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण करती है, सिर्फ मंदिर जाकर मैं शिक्षक नहीं बनूंगा', वोट डालने के बाद बोले खेसारी लाल यादव

यह चुनाव बिहार की दशा और दिशा तय करने वाला है, लोग बढ़-चढ़कर मतदान करें: दिनेश शर्मा