1962 के वीरों की श्रद्धांजलि में लॉन्च हुआ Rezang La Anthem 
राष्ट्रीय

1962 के वीरों की श्रद्धांजलि में लॉन्च हुआ Rezang La Anthem

NewsGram Desk

युद्ध में दुश्मनों को छक्के छुड़ाने वाले Indian Army के शहीद जवानों को Rezang La War Memorial में विशेष श्रद्धांजलि दी गई। इस रेजांगला गान का शुभारंभ किया गया।

रेजांगला एंथम (Rezang La Anthem) जोई बरुआ और उनकी टीम द्वारा गाया गया। एंथम Paramveer Chakra से सम्मानित अधिकारी मेजर शैतान सिंह और उनके शहीदों के साहस को दर्शाता है, जिन्होंने 1962 के Indo-China War के दौरान रेजांग ला र्दे पर चीनी सेना का सामना किया था।

15,000 फीट की ऊंचाई पर परफॉर्म किया गया
Rezang La Anthem [Wikimedia Commons]

कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने मेटावर्स और वीआर प्रारूप में शूट किए गए एंथम को लॉन्च किया। मेजर जनरल आकाश कौशिक, चीफ ऑफ स्टाफ, फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स, मेजर जनरल अभिनय राय, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, यूनिफॉर्म फोर्स और बॉलीवुड अभिनेता दर्शन कुमार समेत कई लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।

भीड़ को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता ने कहा, मैं जोई बरुआ और उनके बैंड को 60 साल पुराने युद्ध पर आधारित इस एंथम के लिए बधाई देता हूं। इसकी रचना बेहद खूबसूरत है। हर एक शब्द दिल को छू जाते हैं। हम इस एंथम को 114 बहादुरों को समर्पित करते हैं, जिन्होंने 60 साल पहले देश की रक्षा करते हुए मौत को अपने गले लगा लिया था। उनकी याद में हमने पिछले साल नवंबर में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसका उद्घाटन माननीय रक्षा मंत्री ने किया था।

उन्होंने कहा, आज, 6 महीने बाद, हम फिर से इस पवित्र भूमि पर हैं, इस बार 1962 के युद्ध के सैनिकों को समर्पित एंथम का शुभारंभ कर रहे हैं, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। हमें बेहद गर्व और खुशी है कि आज हम अपने पूर्वजों की तरह बहादुरी और जोश के साथ इस क्षेत्र की रक्षा कर रहे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि जोई बरुआ और उनके बैंड द्वारा रचित यह एंथम भावनाओं को जोड़े रखेगा।

लेह के सोनम वांगचुक स्टेडियम में आयोजित समारोह के दौरान बॉलीवुड अभिनेता ऋचा चड्ढा और दर्शन कुमार भी विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।

लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता ने आगे कहा, 15,000 फीट की ऊंचाई पर परफॉर्म करना और गाना आसान काम नहीं है। ऐसा कुछ इस तरह के क्षेत्र में पहली बार हुआ है। मैं पिक्चर टाइम, स्काई टू ओसियन और पूरी टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह के मनोरंजन कार्यक्रमों से हमारे वीरों की कहानी लोगों के दिलों तक पहुंचेगी।

आईएएनएस (PS)

खूबसूरती के पीछे छिपी है मौत! दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जगहें जहां मौत देती है दस्तक!

सत्ता, शानो-शौकत और साज़िशों से घिरी ईरान की बाग़ी शहज़ादी अशरफ़ पहलवी की कहानी

कबीर बेदी: प्यार, जुदाई और नई शुरुआत

चलती कार से कूदकर बचाई ज़िंदगी, पढ़ाई के दम पर बाल विवाह के खिलाफ़ मिसाल बनी सोनाली

यूरोप अगस्त शटडाउन: काम से ब्रेक