मेरी पसंद-अर्शित कपूर(Arshit Kapoor) 
मेरी पसंद

मेरी पसंद-अर्शित कपूर

मेरी पसंद में आज हम जानेंगे जर्नलिज्म के छात्र अर्शित कपूर के पसंदीदा किताबों के बारे में। वर्तमान में, अर्शित दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स से पत्रकारिता कर रहे हैं।

न्यूज़ग्राम डेस्क

नाम

अर्शित कपूर (Arshit Kapoor)

आपकी पसंदीदा किताब

हरिशंकर परसाई की व्यंग्यात्मक रचना 'प्रेमचंद के फटे जूते', महादेवी वर्मा की रचना 'भक्तिन', मनोहर श्याम जोशी की 'सिल्वर वेडिंग' और रज़िया सज्जाद ज़हीर की 'नमक', मेरे प्रिय रचनाओं में से तीन रचनाएं हैं।

प्रेमचंद के फटे जूते

ये मेरे कई पसंदीदा लेखों में से एक लेख है। हरिशंकर परसाई की कई प्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य निबंधों में से एक 'प्रेमचंद के फटे जूते', प्रेमचंद के व्यक्तित्व की सादगी को बखूबी प्रतिबिंबित करता है। यह निबंध लेखकों की दयनीय आर्थिक स्थिति पर कटाक्ष है।यह पाठ किताब क्षितिज से लिया गया है।यह आज के लोगो को बहुत बड़ा सन्देश देती है कि हमें दिखावा छोड़कर समझदारी तथा सादगी से जीना चाहिए।इसी बात को व्यंग्य के माध्यम से आकर्षित तरीके से बताया है।हरिशंकर परसाई की कड़वी से कड़वी बातों को अत्यंत सरलता से व्यक्त करने की खूबी मुझे बहुत भाति है।

भक्तिन

सेवक और स्वामी के बीच के भावुक संबंध को स्थापित करती हुई ये कहानी 'भक्तिन' छायावाद की कवयित्री महादेवी वर्मा के विशेष रचनाओं में से एक है। भक्तिन, महादेवी के जीवन पर छा जाने वाली एक ऐसी सेविका है जिसे लेखिका नहीं खोना चाहती। भक्तिन लेखिका के जागने से पहले जागती थी तथा लेखिका के बाद सोती थी।यह कहानी एक स्वाभिमानी स्त्री भक्तिन कि है, जिसने धोखे और कपट से भरी सामाजिक मान्यताओं का डटकर सामना किया तथा महादेवी की जीवन-शैली को भी प्रभावित किया। महादेवी भक्तिन के सेवा भाव से इतनी प्रभावित हैं कि वो उनकी तुलना रामसेवक हनुमान जी से करती हैं। वास्तव में यह कहानी दर्शाती है कि एक स्वामी और सेवक के बीच किस प्रकार संबंध होना चाहिए।

सिल्वर वेडिंग

दो पीढ़ियों के बीच के अंतराल को स्पष्ट करती मनोहर श्याम जोशी की ये रचना 'सिल्वर वेडिंग' पाठक के हृदय को छूती है। कहानी 'सिल्वर वेडिंग' के मुख्य किरदार यशोधर बाबू पुरानी पीढ़ी के आदर्शो और मूल्यों से जुड़े हैं जबकि उनके बेटे नई पीढ़ी के अनुसार जीवन जीने मे विश्वास रखते हैं। वह अपने आदर्श किशनदा से अधिक प्रभावित हैं और आधुनिक परिवेश में बदलते हुए जीवन-मूल्यों और संस्कारों के विरूद्ध हैं। उनकी पत्नी भी बच्चों के साथ खड़ी दिखाई देती हैं। लेखक मनोहर श्याम जोशी ने दोनों पीढ़ियों के अंतर को कुशलतापूर्वक अभिव्यक्त किया है।

नमक

रज़िया सज्जाद ज़हीर ने भारत-पाक विभाजन के बाद दोनों देशों के लोगों के दिलों को टटोलता हुआ एक मार्मिक दृश्य का वर्णन किया है। लाहौर से आई सिख बीबी लाहौर को अपना वतन मानती है तथा साफिया को वहाँ से नमक लाने को कहती है। पाकिस्तान के कस्टम अधिकारी दिल्ली से है और दिल्ली को अपना वतन मानते है और उसे नमक ले जाने देते है। यह कहानी मानवीय संवेदनाओ को दर्शाती है। साफिया यह सोचने पर मजबूर हो जाती है कि किसका वतन किधर है।

आपके पसंदीदा ब्लॉग्स/वेबसाईट

Reddit वेबसाइट - यहाँ पर लोग अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं और कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी शेयर कर सकते हैं। यहाँ जनसंचार माध्यमों में विसहेस स्थान रखता है।
https://www.reddit.com/

Wikipedia - यदि आप दुनिया के छोटे बड़े हर विषय पर जानकारी को बहुत आसानी से लेना चाहते हैं तो, विकिपीडीया एक अच्छा माध्यम है। यहाँ पर हर चीज़ के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाती है। https://www.wikipedia.org/

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मेरी पसंद/अर्शित कपूर

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