जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने गुरुवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जनसंघियों पर कांग्रेसियों ने बहुत अत्याचार किए हैं। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक लोकप्रिय नेता थे, जिनका सम्मान बंगाल से लेकर कश्मीर तक पूरा देश करता है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके संघर्ष के चलते ही आज का नौजवान जातिवाद, परिवारवाद और क्षेत्रवाद की बात नहीं करता बल्कि राष्ट्रवाद की बात करता है। सही मायनों में डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को मोदी और योगी जी की सरकार साकार कर रही है। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी केंद्र की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। लेकिन, जब शेख अब्दुल्ला और जवाहर लाल नेहरू मिलकर कश्मीर को अलग राष्ट्र का दर्जा देने लगे, तो उन्हें बर्दाश्त नहीं हुआ। डॉ. मुखर्जी को कश्मीर के लिए वीजा व्यवस्था, परमिट व्यवस्था, अलग झंडा और अलग प्रधानमंत्री स्वीकार नहीं था। उन्होंने इसके विरोध के लिए आंदोलन का मार्ग चुना। कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने कश्मीर के लिए आंदोलन किया, जिसमें देश के गौरव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सचिव के रूप में उनके साथ रहे।
उन्होंने कहा कि पहली बार एक चाय बेचने वाले और गरीब परिवार से आये एक आदमी को देश की बागडोर सौंपी गई, जिसे देश की जनता ने भरपूर समर्थन दिया। वह देश के प्रधानमंत्री बने। आज का नौजवान जातिवाद, परिवारवाद और क्षेत्रवाद की बात नहीं करता, बल्कि राष्ट्रवाद की बात करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल चुका है। अब कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा, पहले भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री बना दिए जाते थे। गरीब मां को मकान चाहिए जो कि मोदी योगी सरकार दे रही है। फ्री राशन, मुफ्त भोजन, मुफ्त वैक्सीन, मुफ्त गैस कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड यह सब गरीबों को बिना भेदभाव दिया जा रहा है।
(आईएएनएस/PS)