Bada Mangal 2024: पूरे सालभर में 4 मंगलवार ऐसे होते हैं जिसमें सच्चे मन से बजरंगबली का स्मरण कर लिया जाए तो साधक के जीवन से जुड़े सारे कष्ट जल्द ही दूर हो जाते हैं। (Wikimedia Commons) 
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कब है ज्येष्ठ माह का बड़ा मंगल? जानें शुभ मुहूर्त और इस दिन का महत्व

पूरे सालभर में 4 मंगलवार ऐसे होते हैं जिसमें सच्चे मन से बजरंगबली का स्मरण कर लिया जाए तो साधक के जीवन से जुड़े सारे कष्ट जल्द ही दूर हो जाते हैं। ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

Bada Mangal 2024: संकटमोचन हनुमान जी को ज्येष्ठ का महीना बहुत प्रिय है क्योंकि इस माह में बड़ा मंगल आता है। पूरे सालभर में 4 मंगलवार ऐसे होते हैं जिसमें सच्चे मन से बजरंगबली का स्मरण कर लिया जाए तो साधक के जीवन से जुड़े सारे कष्ट जल्द ही दूर हो जाते हैं। ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। इस खास अवसर पर हनुमान जी की विशेष पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताएं है कि बड़ा मंगल का व्रत रखने से जातक के जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं इस साल बड़ा मंगल कब पड़ेगा?

क्या है शुभ तिथि

ज्येष्ठ का महीना 24 मई से शुरू हो रहा है, वहीं ज्येष्ठ माह में पहला बड़ा मंगल 28 मई 2024 को है। इस दिन हनुमान मंदिर में कई धार्मिक अनुष्ठान होते हैं इसके साथ ही भंडार, दान आदि शुभ काम किए जाते हैं।

शुभ मुहूर्त

इस साल बड़ा मंगल के दिन ब्रह्म योग, राजभंग योग, शुक्रादित्य योग, गजलक्ष्मी योग का संयोग बन रहा है। इन शुभ योग में हनुमान जी की पूजा और अन्य कार्य सिद्ध होते हैं। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04: 03 से सुबह 04:44 बजे तक है। अभिजित मुहूर्त सुबह 11:51 से दोपहर 12:46 है। इसके अलावा ब्रह्म योग सुबह 04.28 से शुरू होगी और अगले दिन यानी 29 मई को प्रात: 02.06 में समाप्त हो जाएगी।

धार्मिक मान्यताएं है कि बड़ा मंगल का व्रत रखने से जातक के जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। (Wikimedia Commons)

बड़ा मंगल का महत्व

बताया जाता है कि एक बार अवध के नवाब मोहम्मद अली शाह के पुत्र की तबीयत अधिक खराब हो गई थी। इलाज कराने के बाद भी पुत्र के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। ऐसे में लोगों ने लखनऊ के अलीगंज के हनुमान मंदिर जाने की राय दी। उस समय हनुमान जी की कृपा से अवध के नवाब मोहम्मद अली शाह के पुत्र की तबीयत ठीक हो गई। इसके बाद उन्होंने बजरंगबली की पूजा की और गुड़ और धनिया का भोग लगाया। इसके साथ ही मंदिर में प्याऊ भी लगवाया। तभी से हर वर्ष बड़ा मंगल का पर्व मनाया जाता है। इस खास अवसर पर अधिक संख्या में श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन के लिए मंदिर आते हैं।

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