Gaziabad - सदियों से मंदिर भारतीय समाज के अभिन्न अंग बने हुए हैं। अपनी सुंदरता और कारीगरी इन मंदिरों को कला के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में जीवित रखा हुआ है और विभिन्न वास्तुशिल्प शैलियों को जन्म भी दिया गया है जो कि सैकड़ों वर्षों में विकसित हुए हैं। भारत में आप कई प्रकार के मंदिर देखे होंगे, हर मंदिर की एक अलग विशेषता एवम मान्यता है आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जहां भक्तों को प्रसाद के बदले हथौड़े से मार मिलती है,भक्तजन हथौड़े के मार के लिए लाइन लगा कर खड़े भी रहते है। ये सब सुनकर आप चौक गए होगे, लेकिन गाजियाबाद के पटेल नगर में ये मंदिर स्थित है।
गाजियाबाद के पटेल नगर में स्थित मंदिर माता केसरी जी का है माता का यह मंदिर बहुत पुराना है यह माता के मूर्ति के साथ साथ शिवलिंग , हनुमान जी का मूर्ति भी है । यहा भक्तजन जो बीमार होते है वे यह झाड़ा लगवाने के लिए आते है, महंत जी ने बताया कि झाड़ा लगवाने के 5-6 दिन बाद वे ठीक होज़ाते है और झाड़ा लगवाने के तुरंत बाद उन्हें दर्द से थोड़ा आराम महसूस भी होता है। यही कारण है कि भक्तजन यह झाड़ा लेते है। वे एक चौकी में लेते रहते है और उन्हें मंत्र पढ़कर हथौड़े से पाव के तलवे पर मारा जाता है। इसी प्रकार यहा झाड़ा लगाया जाता है।
ज्यादातर ऐसे भक्त इस मंदिर में आते है जिनपर डॉक्टर की दवाई काम नहीं करती। उनको होम्योपैथिक दवा देने के साथ ही झाड़ा लगाया जाता है। ऐसी ही एक भक्त मंजू ने बताया कि कई वर्षो से यहां पर झाड़ा लगाने के लिए आ रही है। उनको हाथ-पांव में दर्द की शिकायत रहती थी। ऐसे में यहां झाड़ा लगाने के बाद काफी आराम मिलने लगा है। माता रानी का झाड़ा भक्तो को नि:शुल्क लगाया जाता है। यहाँ झाड़ा के नाम पर कोई पैसे नही लिए जाते है जिस वजह से यहा दूर दूर से भी काफी भक्त आते है अपनी समस्या लेकर और माता केसरी का आशीर्वाद लेते है।