रामलला की मूर्ति के लिए मॉडल भेजने को कहा (IANS)

 

राम मंदिर

धर्म

श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला की मूर्ति के लिए मॉडल भेजने को कहा

उन्होंने कहा कि प्रतिमा की ऊंचाई करीब 8.5 फुट से नौ फुट होगी, ताकि सूर्य की किरणें पड़ सकें।

न्यूज़ग्राम डेस्क

श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) ट्रस्ट ने अयोध्या (Ayodhaya) में निर्माणाधीन राम मंदिर (Ram Mandir) के लिए देश के शीर्ष मूर्तिकारों से रामलला (बच्चे के रूप में भगवान राम) की मूर्ति के लिए अपने मॉडल भेजने को कहा है। ट्रस्ट राम मंदिर के लिए किसी एक मॉडल का चयन करेगा। ट्रस्ट के सदस्यों के अनुसार जाने-माने मूर्तिकार सुदर्शन साहू और ओडिशा के वासुदेव कामथ, के.वी. कर्नाटक की मनिया और पुणे के शास्त्रज्य देउलकर नौ से 12 इंच की प्रतिमा के मॉडल भेजेंगे।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, रामलला की मूर्ति तैयार करने के लिए महाराष्ट्र, ओडिशा और कर्नाटक के पत्थरों का चयन किया गया है। ट्रस्ट मॉडल को अंतिम रूप देने के बाद पत्थरों को मंजूरी देगा।

उन्होंने कहा कि प्रतिमा की ऊंचाई करीब 8.5 फुट से नौ फुट होगी, ताकि सूर्य की किरणें पड़ सकें।

ट्रस्ट ने देश के शीर्ष संस्थानों को वास्तुकला और भवन डिजाइन में विशेषज्ञता के साथ राम मंदिर गर्भगृह को इस तरह से तैयार करने के लिए तैयार किया है कि हर रामनवमी पर दोपहर बारह बजे भगवान के जन्म पर रामलला के माथे पर सूरज की रोशनी पड़े।

इस उद्देश्य के लिए रुड़की के सीएसआईआर-सीबीआरआई, इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स, पुणे और प्रसिद्ध मंदिर वास्तुकारों के विशेषज्ञों की एक टीम गठित की गई है।

आईएएनएस/PT

एक Sparrow Man की कहानी, जिनकी मेहनत से बचा हजारों गोरैयों का परिवार!

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह