"विश्वास स्वरूपम" का अनावरण महोत्सव शुरू Wikimedia
धर्म

भगवान शिव की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा "विश्वास स्वरूपम" का अनावरण महोत्सव शुरू

न्यूज़ग्राम डेस्क, Poornima Tyagi

नाथद्वारा (Nathdwara) में स्थित शिव (Shiv) की सबसे बड़ी प्रतिमा (विश्वास स्वरूपम, Vishwas Swaroopam) का अनावरण महोत्सव 29 अक्टूबर से शुरू हो गया है। इसका लोकार्पण शीतल संत के नाम से प्रख्यात मोरारी बापू (Morari Bapu) जी रामकथा के वाचन के दौरान करेंगे। यह 29 अक्टूबर से 6 नवंबर तक चलेगी।

यह प्रतिमा संत कृपा सनातन संस्थान (SANTKRIPA SANATAN SANSTHAN) के ट्रस्टी मदन पालीवाल (Madan Paliwal) द्वारा अजमेर (Ajmer) सिक्सलेन पर नाथद्वारा में गणेश टेकरी (Ganesh Tekri) पर बनाई गई हैं। यदि आप अजमेर रोड से आ रहे हैं तो यह प्रतिमा आपको 20 किलोमीटर पहले से ही दिखाई देनी शुरू हो जाएगी। यह प्रतिमा 369 फीट ऊंची है और इसे बनाने में 10 साल का समय लगा है। इसका निर्माण अमेरिका (America) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) की कंपनी के द्वारा किया गया है उनका कहना है कि यह प्रतिमा ढाई हजार साल तक ऐसे ही खड़ी रहेगी।

इसके अंदर एक हॉल बनाया गया है जिसमें 10,000 लोग एक साथ रह सकते हैं। इसे अंदर से पूरी तरह देखने के लिए 4 घंटे का समय चाहिए। इसके अंदर चार लिफ्ट लगाई गई है जिनके माध्यम से आपको शिव प्रतिमा के अंदर की अलग-अलग ऊंचाई पर ले जाया जाएगा। यहां दर्शनार्थियों को 20 फीट से 351 फीट तक की ऊंचाई का सफर करवाया जाएगा। यदि आप शिवजी के बाएं कंधे पर लगे त्रिशूल के दर्शन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 270 फीट की ऊंचाई का सफर तय करना होगा।

इस शिव प्रतिमा को यहां बनाने के पीछे की यह कहानी है। प्रतिमा के निर्माता ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि श्रीनाथजी से मिलने शिव जी भगवान नाथद्वारा ही आए थे और अरावली (Arawali) पर्वत की इसी पर्वतमाला पर उन्होंने उनका इंतजार किया था जिसे गणेश टेकरी कहा जाता है। यही कारण है कि इस शिव प्रतिमा का निर्माण गणेश टेकरी पर कराया जाना निश्चित किया।

(PT)

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।

भारतीय लिबरल पार्टी (BLP) ने एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) की स्थापना को मुख्य चुनावी वादा बनाया

BLP अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने दिल्ली के उपराज्यपाल को तिहाड़ जेल में गुंडों के बोलबाले पर लिखा पत्र

राजनीतिक महिषासुरों का वध कौन करेगा?, BLP अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा ने पूछा सवाल

"महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं": बीएलपी अध्यक्ष डॉ.रायज़ादा।