भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीसरा अंतरराष्ट्रीय t-20 मैच गयाना में खेला गया जिसमें भारत की ओर से सूर्यकुमार यादव ने एक बार फिर विस्फोटक पारी खेलते हुए 44 गेंद पर शानदार 84 रन बनाए और टीम को विजय पथ पर ले गए।
सूर्या के साथ तिलक वर्मा भी उन 49 रन बनाकर नाबाद रहे। सब कुछ ठीक था मगर जब तिलक वर्मा 49 रन पर थे तब टीम को दो रनों की आवश्यकता थी मगर हार्दिक पांड्या ने तिलक वर्मा को स्ट्राइक देने की वजह खुद ही छक्का जड़कर मैच समाप्त कर दिया।
फैंस, पूर्व क्रिकेटर्स और कमेंटेटर्स को यह देखकर बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और फिर क्या सोशल मीडिया पर हार्दिक पांड्या की ट्रोलिंग शुरू हो गई। निटिजन्स हार्दिक पांड्या की तुलना महेंद्र सिंह धोनी से करते हुए उनकी लीडरशिप पर सवाल उठा रहे हैं।
वेस्ट इंडीज से मिले 160 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को 14 गेंद में दो रन की दरकार थी. तब तिलक 49 रन पर थे और नॉन स्ट्राइक पर खड़े थे. हार्दिक ने ऐसे मौके पर वेस्ट इंडीज के कप्तान रॉवमैन पॉवेल की गेंद पर छक्का लगाकर भारत को जीत दिला दी।
ऐसे ही वाक्य एक बार 2014 T20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुआ था मगर वहां स्ट्राइक पर महेंद्र सिंह धोनी थे और नॉन स्ट्राइकर एंड पर विराट कोहली, तब धोनी ने सिंगल लेकर विराट कोहली को स्ट्राइक दी ताकि वह टीम को जीता सके और अपना अर्धशतक की पूरा कर सके। उस समय धोनी के इस कदम की बहुत तारीफ हुई थी।