एक नई टीम के रूप में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में प्रवेश करना और सीधे फाइनल तक जाना एक सपना होता है। लेकिन हार्दिक पांड्या की अगुवाई वाली टीम गुजरात टाइटंस ने उस सपने को हकीकत में बदल दिया है, क्योंकि उन्होंने अपने डेब्यू सीजन में ही फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
IPL की नीलामी के बाद गुजरात टीम को देखते हुए अधिकांश क्रिकेट के जानकारों और यहां तक कि प्रशंसकों ने गुजरात को शीर्ष-चार का दावेदार मानने से इंकार कर दिया था, लेकिन न केवल उन्होंने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, बल्कि वे अंक तालिका में भी टॉप पर रहे। ऐसा लगता है कि अपने पहले सीजन में टाइटंस ने जीत के फार्मूले को पूरा कर लिया है, खासकर रन चेज में। उसने लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने आठ में से सात मैच जीते हैं।
ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना था कि गुजरात एक अच्छा टीम मानने से पहले उनकी बल्लेबाजी को कमजोर कहा था। लेकिन अधिकांश जीटी बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है और उन्होंने अपनी मैच जीतने की क्षमताओं के साथ सभी को गलत साबित किया है।
टाइटंस भले ही सुपरस्टार्स से भरी टीम न हो, लेकिन हार्दिक पांड्या की कप्तानी, डेविड मिलर की दृढ़ता, राहुल तेवतिया की फिनिशिंग और राशिद खान की हरफनमौला क्षमता ने टीम के बाकी साथियों को प्रेरित किया।
स्टार ऑलराउंडर अधिक गेंदबाजी कर सकते थे, लेकिन उन्होंने अपनी फिटनेस को ध्यान में रखते हुए विवेकपूर्ण तरीके से खुद का इस्तेमाल किया है। कुल मिलाकर अब तक गुजरात टाइटंस के लिए शानदार सीजन रहा है और यह उनके लिए बहुत अच्छा होगा, अगर वे अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शत प्रतिशत दर्शकों के सामने प्रतिष्ठित आईपीएल ट्रॉफी जीतते हैं।
आईएएनएस (LG)