शराबबंदी वाले बिहार के स्कूल में घुसा नशेबाज, बच्चों की डंडे से की पिटाई, 11 बच्चे जख्मी।(Wikimedia Commons) 
बिहार

शराबबंदी वाले बिहार के स्कूल में घुसा नशेबाज, बच्चों की डंडे से की पिटाई, 11 बच्चे जख्मी

शराबबंदी वाले बिहार(Bihar) के मुजफ्फरपुर(Muzaffarpur) के एक स्कूल(School) से शुक्रवार को एक अजीबोगरीब घटना प्रकाश में आई। जहां नशे में धुत युवक(Drunken Man) स्कूल में घुसकर पढ़ाई कर रहे बच्चो की डंडे से अंधाधुंध पिटाई करने लगा। इससे बच्चे दहशत में आ गए। इस घटना में कम से कम 11 बच्चे जख्मी बताए जा रहे हैं।

न्यूज़ग्राम डेस्क

शराबबंदी वाले बिहार(Bihar) के मुजफ्फरपुर(Muzaffarpur) के एक स्कूल(School) से शुक्रवार को एक अजीबोगरीब घटना प्रकाश में आई। जहां नशे में धुत युवक(Drunken Man) स्कूल में घुसकर पढ़ाई कर रहे बच्चो की डंडे से अंधाधुंध पिटाई करने लगा। इससे बच्चे दहशत में आ गए। इस घटना में कम से कम 11 बच्चे जख्मी बताए जा रहे हैं।

बताया जाता है कि सकरा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय खेमाईपट्टी(Primary School Khemaipatti) में गुरुवार को नशे में धुत एक युवक कक्षा में घुसकर पढ़ाई कर रहे बच्चों की बेरहमी से पिटाई कर दी। शिक्षकों के मुताबिक, गांव का ही रहने वाला संतोष पासवान(Santosh Paswan) अचानक हाथ में डंडा लिए कक्षा में प्रवेश कर गया और सामने जो भी बच्चे पड़े उसकी पिटाई की। बच्चों के रोने- चिल्लाने की आवाज पर शिक्षक-शिक्षिका पहुंची और शोर मचाकर लोगों को बुलाने लगी। शिक्षकों और लोगों के पहुंचते पासवान भाग निकला।



बताया जाता है कि इस घटना में पहली, दूसरी व तीसरी कक्षा के 11 बच्चे जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों के द्वारा खोजबीन शुरू की गई तो वह अपने घर मे छिपा था, जिसे ग्रामीणों ने पकड़कर पिटाई की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया।

सकरा(Sakra) के थाना प्रभारी राजू कुमार पाल ने बताया कि संतोष पासवान नाम का व्यक्ति नशे की हालत में पकड़ा गया है। उसके खिलाफ स्थानीय स्कूल की प्रधान शिक्षिका ने शिकायत की है कि क्लास रूम में घुसकर बच्चों की पिटाई की और फिर भाग गया। युवक से पूछताछ की जा रही है। पुलिस जानने को कोशिश कर रही है कि उसने बच्चों की पिटाई क्यों की।(IANS/RR)

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी

'कैप्टन कूल' सिर्फ नाम नहीं, अब बनने जा रहा है ब्रांड!