भारतीय लिबरल पार्टी के अध्यक्ष डॉ. मुनीश कुमार रायज़ादा ने राज्यसभा सदस्य और दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल द्वारा केजरीवाल सरकार पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आप (आम आदमी पार्टी) प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। डॉ. रायज़ादा ने कहा, "वे (आप सरकार) आरोप प्रत्यारोप, प्रतिशोध की राजनीति में डूबे हुए हैं। केजरीवाल और उनकी पार्टी को दिल्ली के जनता से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने स्वाति मालीवाल को बदनाम करने के लिए ही दिल्ली की महिलाओं को अब मदद देने के नाम पर पूरी तरह से असहाय छोड़ दिया है।" "दिल्ली सरकार का इस स्तर तक गिरना पूरी तरह से निंदनीय है।"
स्वाति मालीवाल के अनुसार डीसीडब्ल्यू के कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं दिया गया है। इसपर डॉ. रायज़ादा ने कहा कि यह दिल्ली सरकार के द्वारा बदले की भावना को दर्शाता है, जिसके तहत आयोग (डीसीडब्ल्यू) को निष्क्रिय बनाने का प्रयास हो रहा है। डॉ. रायज़ादा ने आगे कहा, "डीसीडब्ल्यू ठीक से काम नहीं कर पा रही है जिसके कारण महिलाएं परेशान हो रही हैं। दिल्ली सरकार ने बदले की आग में यह सुनिश्चित कर लिया है कि दिल्ली के लोगों को हर संभव तरीके से परेशान किया जाए।"
भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) इस प्रतिशोध की राजनीति का पुरजोर विरोध करती है और दिल्ली राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। बीएलपी का मुख्य एजेंडा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना और महिलाओं और समाज के हर पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाना है। भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कमर कस रही है। बीएलपी का उद्देश्य एक जन-केंद्रित सरकार स्थापित करना और दिल्ली राज्य को एक पारदर्शी शासन मॉडल प्रदान करना है।