विश्व के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में सक्रिय रूप से तैनाती से लेकर युद्धपोतों पर नियुक्त होने तक भारतीय महिलाएं सशस्त्र बलों में शामिल होकर लगभग हर क्षेत्र की बेड़ियों को तोड़ रही हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 13 जनवरी को लखनऊ में इंटीग्रल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान यह बात कही। राजनाथ सिंह ने रक्षा सहित हर क्षेत्र में महिलाओं की सफलता की सराहना की और कहा कि सरकार महिलाओं को पुरुष समकक्षों के समान अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने में विश्वास करती है।
रक्षा मंत्री ने दुनिया भर में भारत के बढ़ते कद का भी उल्लेख किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कूटनीति और वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव का विशेष तौर पर जिक्र किया, जिसकी वजह यूक्रेन के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित हुई। राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की, जिसने विश्व मंच पर भारत की छवि को पूरी तरह से एक मजबूत राष्ट्र के रूप में परिवर्तित कर दिया है। भारत के विचारों को अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ध्यानपूर्वक सुना जाता है।
राजनाथ सिंह ने देश में सृजित मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे पर भी अपने विचारों को रखा। (Wikimedia Commons)
राजनाथ सिंह ने देश में सृजित मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे पर भी अपने विचारों को रखा, जिसने देशवासियों के जीवन को आसान बनाना सुनिश्चित किया है। भारत में हर पहलू पर डिजिटल क्रांति के परिवर्तनकारी प्रभाव को स्वीकार करते हुए, उन्होंने यूनिक पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि दिसंबर 2022 में, यूपीआई के माध्यम से 12.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक के लगभग 7.82 अरब लेनदेन किये गए थे।
बड़ी संख्या में उपस्थित छात्रों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वसुधैव कुटुम्बकम (पूरा विश्व एक परिवार है) के मंत्र पर बल दिया। रक्षा मंत्री ने युवाओं को देश का भविष्य करार दिया। उन्होंने छात्रों से बिना किसी पक्षपात के लोगों की सेवा करने का आग्रह किया।
IANS/AD