भाजपा ने मंगलवार को जांच के आदेश के तुरंत बाद नई शराब आबकारी नीति को वापस लेने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से स्पष्टीकरण मांगा।
भाजपा ने पूछा कि दिल्ली सरकार को कितनी रिश्वत मिली और राजस्व में कुल कितना घाटा हुआ।
भाजपा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी अमित मालवीय ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें 'आप' ने दावा किया कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से पार्टी के विधायकों को पैसे के बदले पार्टी से अलग होने का ऑफर दिया गया है।
मालवीय ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, अगर अरविंद केजरीवाल सत्येंद्र जैन को पद्म विभूषण और सिसोदिया को भारत रत्न के लिए नॉमिनेट कर सकते हैं तो उन्हें यह बताना चाहिए कि जांच के आदेश दिए जाने के बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से आबकारी नीति वापस क्यों ले ली? इस मामले में कितनी घूस ली गई और दिल्ली सरकार को कितने का नुकसान हुआ?
एक अन्य ट्वीट में मालवीय ने कहा, यह महज संयोग नहीं हो सकता है कि के. कविता के पिता KCR हाल ही में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के साथ दौरे पर थे और अब उनका नाम केजरीवाल के साथ शराब घोटाले में, शराब कारोबारियों के साथ बैठकें आयोजित करने में और सिसोदिया को 45 करोड़ की रिश्वत देने के लिए सामने आ रहा है।
इस बीच, तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय कुमार ने ट्वीट किया, शराब घोटाले में आरोपों के जवाब की मांग को लेकर सीएम केसीआर की बेटी कलवाकुंतला कविता के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं के खिलाफ तेलंगाना पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है, जिसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं। स्पष्ट सबूत हैं। कि TRS के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया है।
कुमार ने कहा, लोकतंत्र विरोध करने की इजाजत देता है, लेकिन भाजपा नेताओं के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश के आधार पर किया गया था। गंभीर रूप से घायल नेताओं और कार्यकर्ताओं को इलाज मुहैया कराए बिना थाने में रखना अमानवीयता है।
कुमार ने मांग की कि घायल भाजपा नेताओं को तत्काल अस्पताल ले जाया जाए और बेहतर इलाज दिया जाए।
कुमार ने कहा, भाजपा पुलिस मामलों और TRS के गुंडों के हमलों से नहीं डरती है। शराब घोटाले की सच्चाई सामने आनी चाहिए। दोषी कोई भी हो, सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
(आईएएनएस/AV)