दिल्ली में सर्दियों के मौसम में प्रदूषण बढ़कर खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है। विभिन्न वजहों से बढ़ने वाले इस प्रदूषण से दिल्लीवालों को बचाने के लिए दिल्ली सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। समर एक्शन प्लान की तरह ही सर्दियों में भी प्रदूषण की समस्या से दिल्ली को निजात दिलाने के लिए, 25 अगस्त को दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण की अध्यक्षता में DPCC, पर्यावरण, वन, एवं विकास विभाग के अधिकारियो के साथ विंटर एक्शन प्लान की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने ठंड में होने वाली प्रदूषण की समस्या के खिलाफ विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के अंदर प्रदूषण को कम करने के लिए कई एजेंसियां काम करती हैं, जिनकी अलग-अलग भूमिका होती है। इसी के संबंध में कल 25 अगस्त को पर्यावरण विभाग, DPCC, विकास विभाग और वन विभाग के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की जाएगी। इस बैठक में मुख्य तौर पर इस बात पर चर्चा होगी कि विंटर एक्शन प्लान में फोकस बिंदु क्या-क्या होने चाहिए। जिस पर सरकार आगामी दिनों में प्रमुखता के साथ काम करेगी। उसी के आधार पर आगे का विंटर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इसके आधार पर दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई अभियानों की भी शुरूआत करेगी।
राय ने बताया कि होने वाली इस बैठक में यह देखा जाएगा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पिछले साल किन विभागों ने क्या-क्या काम किया। साथ ही ग्रीन एप पर जितनी शिकायतें आईं, उन शिकायतों के समाधान के लिए किन-किन विभागों ने तत्परता के साथ काम किया। पिछले ठंड के मौसम में और उसके बाद की जो भी गातिविधियां हैं, उन सबकी भी समीक्षा इस बैठक के दौरान की जाएगी। इसके आधार पर ही विंटर एक्शन प्लान को अंतिम रूप दिया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा की सर्दियों के मौसम के दौरान दिल्ली- NCR में वायु प्रदूषण में अत्यधिक वृद्धि देखी जा सकती है, धूल और वाहन प्रदूषण और पराली जलाना जैसे कई कारक इसमें योगदान करते हैं। विंटर एक्शन प्लान के जरिये हम सभी तरह के अभियान चलाएंगे ताकि दिल्ली के लोगो को प्रदूषण से निजात दिला सकें। साथ ही साथ अभियान शुरू करके प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अधिकतम जन भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ साथ ही पड़ोसी राज्यों की सरकारों से अपील करेंगे की वह हमारे साथ सहयोग करे और प्रदूषण विरोधी उपाय अपनायें ताकि केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे एनसीआर को प्रदूषण से मुक्ति मिल सकें।
(आईएएनएस/AV)