अभी और बढ़ेंगी दिल्ली में शराब की दुकानें  IANS
दिल्ली

अभी और बढ़ेगी दिल्ली में शराब की दुकानें

दिल्ली में शराब: DTTDC जोन 1-9 में, जोन 10-18 में DSIIDC, 19-24 में DCCWS और एयरपोर्ट जोन के साथ 25-30 में DSCSC खोलेगा।

न्यूज़ग्राम डेस्क

दिल्ली अब, 1 सितंबर से पुरानी आबकारी नीति पर लौटने के लिए तैयार है, राष्ट्रीय राजधानी में अगले महीने से 500 शराब की दुकानें होंगी। साल के अंत तक दिल्ली में शराब के दुकानों की संख्या 700 तक बढ़ाई जा सकती है। एक तरह से देखा जाए तो यह दिल्ली में शराब के शौकीनों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।

एक सूत्र के अनुसार, दिल्ली सरकार के चार निगम, अर्थात दिल्ली राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (DSIIDC), दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम (DTTDC), दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड (DSCSC) और दिल्ली उपभोक्ता सहकारी थोक स्टोर (DCCDWS) को शहर भर में स्टोर खोलने की जिम्मेदारी दी जाएगी।

हालांकि, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी पिछले सप्ताह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि शहर लगभग 500 केंद्र खोलकर संतुलन बनाए रखेगा। आप सरकार इन चार निगमों से जुड़े महंगे ब्रांडों को बेचने के लिए प्रीमियम आउटलेट खोलने की भी योजना बना रही है।

सूत्र ने कहा, "DTTDC जोन 1-9 में, जोन 10-18 में DSIIDC, 19-24 में DCCWS और एयरपोर्ट जोन के साथ 25-30 में DSCSC खोलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली छावनी और नई दिल्ली नगर परिषद क्षेत्रों का प्रबंधन DSIIDC द्वारा किया जाएगा।"

इन निगमों को अपने सकल लाभ का 15 प्रतिशत किराए के रूप में देने को कहा गया है। यह सबकुछ एक चरणबद्ध तरीके से होगा।

हालांकि, सूत्र ने कहा कि सितंबर 2021 तक पुरानी आबकारी व्यवस्था के दौरान दुकानें चलाने वाले उन्हें दुकानें खोलने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार खुदरा शराब कारोबार में निजी खिलाड़ियों को शामिल करने के मूड में नहीं है। मतलब कि यह भी कहा जा रहा है कि 31 अगस्त के बाद से दिल्ली में एक भी निजी शराब की दुकान नहीं खुलेगी।
(आईएएनएस/PS)

एक Sparrow Man की कहानी, जिनकी मेहनत से बचा हजारों गोरैयों का परिवार!

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह