कर्नाटक के नेल्लोर गाँव में एक साधारण मुर्गी ने नीला अंडा देकर सबको हैरान कर दिया है।  (AI)
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कर्नाटक में मुर्गी ने दिया नीला अंडा, गाँव वाले हैरान, वैज्ञानिक जांच में जुटे

कर्नाटक (Karnataka) के नेल्लोर गाँव (Nellore village) में एक साधारण मुर्गी (Hen) ने नीला अंडा (Blue egg) देकर सबको हैरान कर दिया है। पशु चिकित्सक इसे दुर्लभ मानते हुए जांच कर रहे हैं। गाँव वाले इसे चमत्कार कह रहे हैं तो वैज्ञानिक इसे शोध का बड़ा मौका मान रहे हैं। रहस्य अभी अनसुलझा है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

कर्नाटक (Karnataka) के दावणगेरे ज़िले के एक छोटे से गाँव नेल्लोर (Nellore village) में इन दिनों एक अजीब-सा माहौल है। गाँव वाले उत्सुकता से रोज़ उस घर के चक्कर लगा रहे हैं, जहाँ एक साधारण सी दिखने वाली मुर्गी ने सबको चौंका दिया है। सबको चौंकाने का वजह है उस मुर्गी (Hen) द्वारा दिया गया नीले रंग का अंडा (Blue egg)। साधारण तौर पर मुर्गियाँ सफेद या हल्के भूरे रंग के अंडे देती हैं। लेकिन इस बार जब सैयद नूर नाम के शख्स ने अपनी मुर्गी के अंडे देखे, तो उन्हें अपनी आँखों पर विश्वास ही नहीं हुआ। उनके सामने अंडा हल्के नीले रंग का था।

सैयद नूर कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में काम करते हैं। उनका कहना है की "मैंने इस मुर्गी को दो साल पहले एक छोटे चूज़े के रूप में खरीदा था। यह रोज़ सफेद अंडे देती थी, और शनिवार को भी इसने सामान्य सफेद अंडा ही दिया। लेकिन जब मैंने सोमवार को देखा, तो इसी मुर्गी ने अंडा नीला था। यह देखकर मैं हैरान रह गया।" इस नीले रंग अंडे की खबर ने पूरे इलाके को चौका दिया है। इस अजीब अंडे को देखने के लिए आसपास के गाँवों से लोग सैयद नूर के घर पहुँचने लगे। धीरे-धीरे यह मामला इतना चर्चा में आया कि पशु चिकित्सकों की टीम भी जाँच करने के लिए सैयद नूर के घर पहुँची।

मुर्गियों की कई नस्लें होती हैं, लेकिन भारत में आमतौर पर असील नस्ल और देसी नस्ल की मुर्गियाँ ही पाई जाती हैं। ये सफेद या हल्के भूरे रंग के अंडे देती हैं। वहीं, कड़कनाथ नाम की एक नस्ल भी है, जो काले रंग की मुर्गी होती है और उसके अंडे गहरे रंग के होते हैं।

क्या सचमुच होती हैं ऐसी नस्लें ?

मुर्गियों की कई नस्लें होती हैं, लेकिन भारत में आमतौर पर असील नस्ल और देसी नस्ल की मुर्गियाँ ही पाई जाती हैं। ये सफेद या हल्के भूरे रंग के अंडे देती हैं। वहीं, कड़कनाथ नाम की एक नस्ल भी है, जो काले रंग की मुर्गी होती है और उसके अंडे गहरे रंग के होते हैं। लेकिन नीले रंग का अंडा (Blue egg) देने वाली मुर्गी तो भारत में बिल्कुल दुर्लभ ही है। कर्नाटक वेटरनरी, एनिमल एंड फिशरीज़ यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर नदीम फ़िरोज़ ने इस मामले पर कहा,“आमतौर पर मुर्गियाँ सफेद या भूरा अंडा देती हैं। यह नीला अंडा भारत में बेहद असामान्य है। दुनिया में कुछ ऐसी पक्षी भी होते हैं जैसे मैना या कुछ अमेरिकी नस्ल की मुर्गियाँ जो नीले अंडे देती हैं, लेकिन भारत में ऐसा बहुत ही दुर्लभ है।”

डॉक्टर अशोक कुमार, जो दावणगेरे ज़िले में पशुपालन विभाग में सहायक निदेशक हैं, वो कहते हैं कि इस नीले अंडे के पीछे वैज्ञानिक कारण भी हो सकता है। उनका कहना है की “मुर्गी के शरीर में लीवर से बाइल पिगमेंट निकलता है, जिसे ‘बिलिवर्डिन’ कहते हैं। संभव है कि यह पिगमेंट ज्यादा मात्रा में अंडे के खोल पर जम गया हो और उसका रंग नीला हो गया हो।” हालाँकि, उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि बिना बार-बार जाँच किए और मुर्गी को निगरानी में रखे यह तय नहीं किया जा सकता। जब तक यह मुर्गी हमारे सामने नीला अंडा नहीं देती, तब तक यह सिर्फ़ अनुमान है।

पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने फिलहाल इस मुर्गी (Hen) को निगरानी में रखने का फैसला किया है। डॉक्टर चाहते हैं कि वह फिर से उनके सामने अंडा दे।

डॉक्टर जांच में जुटे हैं

पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने फिलहाल इस मुर्गी (Hen) को निगरानी में रखने का फैसला किया है। डॉक्टर चाहते हैं कि वह फिर से उनके सामने अंडा दे। तभी अंडे के खोल और उसके खून की लैब में जाँच करवाई जाएगी। डॉक्टर अशोक ने यह भी कहा की “हम इस मुर्गी को ध्यान से देख रहे हैं। जैसे ही यह फिर से अंडा देगी, हम उसकी सैंपलिंग करेंगे और जांच करेंगे कि अंडे का रंग नीला क्यों हुआ।”

नीले रंग वाले अंडे की खबर ने गाँव वालों में जिज्ञासा बढ़ा दिया है। लोग कहते हैं कि उन्होंने आज तक कभी ऐसा ऐसा अंडा नहीं देखा है। कुछ लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं तो कुछ वैज्ञानिक वजह जानने के लिए उत्सुक हैं। सैयद नूर बताते हैं की "लोग दूर-दूर से अंडा देखने आ रहे हैं। मैंने इसे फ्रिज में संभालकर रखा है ताकि यह खराब न हो।" गाँव में बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक, हर कोई इस अंडे के पीछे का रहस्य जानने के लिए बेचैन है। अगर इतिहास और शोध की बात करें, तो दुनिया में कुछ विशेष नस्ल की मुर्गियाँ भी हैं जो नीले रंग के अंडे देती हैं। इन्हें 'अराऊकाना' और 'अमेरिकाना' कहा जाता है। ये नस्लें अमेरिका और यूरोप के कुछ हिस्सों में पाई जाती हैं। इनका अंडा स्वाभाविक रूप से नीले रंग का होता है। लेकिन भारत में ऐसी नस्लें बेहद कम या लगभग न के बराबर है। यही वजह है कि यह मामला और भी खास बन गया है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर यह मुर्गी (Hen) लगातार नीले अंडे (Blue egg) देती है, तो यह एक दुर्लभ खोज हो सकती है। हो सकता है की यह किसी जेनेटिक बदलाव या विशेष परिस्थिति की वजह से हो। प्रोफ़ेसर नदीम फ़िरोज़ कहते हैं, "अगर यह घटना दोहराई जाती है, तो हम इसे वैज्ञानिक शोध के रूप में दर्ज कर सकते हैं। लेकिन पहले हमें इसकी पुष्टि करनी होगी।"

नीले रंग वाले अंडे की खबर ने गाँव वालों में जिज्ञासा बढ़ा दिया है। लोग कहते हैं कि उन्होंने आज तक कभी ऐसा ऐसा अंडा नहीं देखा है। कुछ लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं तो कुछ वैज्ञानिक वजह जानने के लिए उत्सुक हैं।

निष्कर्ष

नीले रंग का यह अंडा केवल गाँव या कर्नाटक (Karnataka) ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए जिज्ञासा का विषय बन गया है। जहाँ लोग इसे अजूबा मान रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक इसे शोध का एक दुर्लभ मौका मान रहे हैं। सैयद नूर और उनके गाँव वाले अब बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं कि उनकी मुर्गी (Hen) फिर से अंडा दे। क्या दुबारा वह मुर्गी नीला अंडा देगी या यह सिर्फ़ एक बार की घटना थी ? यह रहस्य तभी पूरी तरह सुलझेगा जब पशु चिकित्सकों की टीम की जांच पूरी होगी। तब तक यह नीला अंडा न सिर्फ़ फ्रिज में सुरक्षित है, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय भी बन गया है। [Rh/PS]

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