न्यूज़ग्राम हिंदी: मुंबई-पुणे हाईवे(Mumbai-Pune Highway) पर शनिवार तड़के एक निजी बस के खाई में गिरने से पांच नाबालिगों सहित कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 अन्य घायल हो गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य लोगों ने त्रासदी पर शोक व्यक्त किया और पीड़ितों तथा उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा है कि मृतकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
खोपोली के पुलिस इंस्पेक्टर शिरीष के. पवार ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब चार बजे पुराने हाईवे के पुणे-मुंबई हिस्से में हुई और बस कथित तौर पर खतरनाक बोरघाट सेक्शन के पास करीब 50 मीटर नीचे एक नाली में गिर गई।
पवार ने कहा, शुरुआती जांच से ऐसा प्रतीत होता है कि चालक ने हाईवे पर एक खड़ी मोड़ पर नियंत्रण खो दिया होगा, लेकिन हमारी प्राथमिकता बचाव कार्य है।
जब यह हादसा हुआ उस समय हाईवे पर सीमित यातायात था, लेकिन कुछ लोग दुर्घटनास्थल पर पहुंचने में कामयाब रहे और रायगढ़ पुलिस, फायर ब्रिगेड, पास के एक निर्माण परियोजना के कुछ श्रमिकों और स्थानीय ट्रेकर्स एक समूह को मदद के लिए बुलाया।
स्थानीय लोगों ने कहा कि रस्सियों के साथ तुरंत एक बड़ा बचाव अभियान शुरू किया गया और पर्वतारोही पीड़ितों की मदद के लिए उतरे। बस में चालक सहित 40-45 लोग सवार थे।
पवार और जिला प्रशासन के मुताबिक, हादसे में करीब 12 लोगों की मौत हुई है। अभी मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। घायलों को इलाज के लिए खोपोली सिविल अस्पताल, जाखोटिया अस्पताल और नवी मुंबई के एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। इनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अधिकांश यात्री बाजी प्रभु संगीत समूह, गोरेगांव के सदस्य थे। उनमें पांच नाबालिग थे जबकि अन्य सदस्य 18 से 25 साल की उम्र के थे। वे शुक्रवार को पुणे में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बा्रद घर लौट रहे थे।
--आईएएनएस/VS