उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड के चैयरमैन के मदरसों की जांच कराने के बयान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने भी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि मदरसों को लेकर समय-समय पर तमाम तरीके की बातें सामने आती रहती है। ऐसे में जांच होना आवश्यक है ताकि सच सामने आ सके। आपको बताते चलें कि उत्तरप्रदेश में भी तेजी से मदरसों की जांच के साथ साथ अवैध मदरसों को धवस्त किया जा रहा है।
इसी तर्ज पर अब उत्तराखंड (Uttarakhand) में मदरसों के सर्वे कराए जाएंगे। दरअसल, उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नए अध्यक्ष बनने के बाद शादाब शम्स ने (Shadab Shams) वक्फ बोर्ड से जुड़ी ऐसी संपत्तियों का सर्वे कराने की बात कही है जिन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। साथ ही शादाब शम्स ने सरकार से सहायता प्राप्त मदरसों का सर्वे होने की भी बात कही है। शादाब शम्स के इस बयान की तारीफ भी की जा रही है। लेकिन उनका एक बयान ऐसा है जिसको लेकर उत्तराखंड में मुस्लिम समुदाय उनके विरोध में खड़ा हो गया है।
असल में शादाब शम्स ने देश की सबसे प्रतिष्ठित मजारों में से हरिद्वार के पिरान कलियर को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पिरान कलियर मानव तस्करी और नशे का अड्डा बनता जा रहा है। इसको लेकर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बातचीत की है। इसके लिए उन्होंने एक स्थानीय अभिसूचना इकाई की रिपोर्ट का भी हवाला दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें दारुल उलूम कादरिया सांवरिया के प्रबंधक ने भी पत्र भेजकर यह जानकारी दी है।
उनके इस बयान पर सरकार की ओर से कोई भी टिप्पणी नहीं आई है। लेकिन बोर्ड की संपत्ति पर अवैध कब्जे को लेकर सरकार ने साफ किया है कि ऐसे अवैध कब्जों पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शादाब शम्स के मदरसों में होने वाले सर्वे पर साफ कहा है कि मदरसों में सर्वे की जरूरत है और उत्तराखंड के मदरसों में जल्द ही सर्वे कराया जाएगा।
(आईएएनएस/PT)