इस जुलूस का आयोजन सेम्बागाउंडर कॉलोनी स्थित मदरसा रहमानिया मस्जिद (Madrasa Rahmania Mosque) के छात्रों ने किया, जिसमें सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय कल्याण को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।
जुलूस (Procession) में मुथवल्ली प्रशासकों सहित 100 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।
छात्रों और प्रतिभागियों ने शहर की मुख्य सड़कों पर मार्च किया और पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं और उनके जीवन मूल्यों को रेखांकित करते हुए नारे लगाए।
जुलूस का मुख्य उद्देश्य पैगंबर मुहम्मद के शांति, एकता और भाईचारे के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना था।
यह आयोजन ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मनाया गया। जुलूस के दौरान प्रतिभागियों ने सामाजिक एकता और राष्ट्रीय कल्याण को बढ़ावा देने वाले नारे लगाए, जो समुदाय में सहयोग और भाईचारे की भावना को मजबूत करने का संदेश दे रहे थे।
मदरसा रहमानिया मस्जिद के छात्रों ने इस अवसर पर पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) के जीवन और उनके उपदेशों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि पैगंबर के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और समाज में शांति व एकता स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
जुलूस में शामिल लोगों ने उनके मूल्यों को अपनाने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया।
आयोजकों ने बताया कि इस तरह के आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि विभिन्न समुदायों के बीच आपसी समझ और सहयोग को भी बढ़ावा देते हैं। जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और स्थानीय लोगों ने इसे उत्साह के साथ देखा।
(SS)