रेलवे 13 अक्टूबर को तीनों नए स्टेशनों का नाम बदलने की तैयारी कर रहा है|
रेलवे 13 अक्टूबर को तीनों नए स्टेशनों का नाम बदलने की तैयारी कर रहा है| 
उत्तर प्रदेश

क्यों बदले जा रहे हैं UP के रेलवे स्टेशनों के नाम?

न्यूज़ग्राम डेस्क, Sarita Prasad

आपने गौर किया होगा कि काफी समय से यूपी में अक्सर स्टेशनों के नाम में बदलाव लाया जा रहा है। हर बार स्टेशन के नाम बदलने के पीछे अलग-अलग कारण दिए जा रहे हैं। एक बार फिर यूपी के तीन स्टेशनों के नाम को बदलने की घोषणा की गई है झांसी सहित कई स्टेशनों के नाम बदलने के बाद प्रतापगढ़ संसदीय क्षेत्र के तीन स्टेशनों के नाम बदलने के लिए केंद्र का रेलवे इनफोर्मोशन सिस्टम ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।

नाम बदलने के क्या है कारण

जानकारी के मुताबिक रेलवे 13 अक्टूबर को तीनों नए स्टेशनों का नाम बदलने की तैयारी कर रहा है लेकिन ज्यादा अक्षर उनमें बाधा बन रहे हैं। कृष का सिस्टम ज्यादा अक्षर होने के कारण स्टेशन का कोड तय नहीं कर पा रहा है अब क्रिस ने उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों से संपर्क कर अक्षर को कम करने को कहा लखनऊ रेलवे मंडल की ओर से अप प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी के माध्यम से गृह मंत्रालय को पत्र लिखा गया। भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी मंत्रालय के सचिन उन्नीकृष्णन टी ने 10 अप्रैल को प्रतापगढ़ लोकसभा के स्टेशन अंतू प्रतापगढ़ जंक्शन और विश्वनाथगंज का नाम बदलने के आदेश जारी किए थे। रेलवे की ओर से प्रेस रिलीज कराया गया और बताया गया कि प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन कर दिया गया। अंतू रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां चंद्रिका देवी धाम और विश्वनाथगंज का नाम बदलकर शनि देव धाम विश्वनाथगंज कर दिया गया।

रेलवे की ओर से प्रेस रिलीज कराया गया और बताया गया कि प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन कर दिया गया। [Wikimedia Commons]

नवरात्रि से पहले नाम बदलने की तैयारी

प्रतापगढ़ जंक्शन का नाम बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन और बाकी अन्य के भी नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रेलवे नवरात्रि से पहले 13 अक्टूबर को एक विशेष समारोह में यह तीनों के नाम बदलने की तैयारी कर रहा है।

ऐसा बताया जा रहा है कि इसके पहले के नाम में स्टेशन कोड तय करने में काफी परेशानी होती थी [Pixabay]

इसके पीछे कारण यह है कि नवरात्रि का समय सबसे शुभ माना जाता है और जैसा कि आप देख सकते हैं कि इन स्टेशनों के नाम में देवी बिल्ला मां चंद्रिका का नाम शामिल है जो की मां दुर्गा के ही रूप है तो नवरात्रि से अच्छा और कोई शुभ मुहूर्त नहीं हो सकता था। ऐसा बताया जा रहा है कि इसके पहले के नाम में स्टेशन कोड तय करने में काफी परेशानी होती थी जिसकी वजह से गृह मंत्रालय के द्वारा इतना बड़ा फैसला लिया गया।

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