उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर हुए तबादले पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। यूपी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ के तीन प्रमुख सरकारी अस्पतालों से 20 डॉक्टरों के ट्रांसफर के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल, एसपीएम सिविल अस्पताल और लोक बंधु अस्पताल के लगभग 20 डॉक्टरों का सोमवार को अन्य जिलों में ट्रांसफर किया गया और उनकी जगह अस्पतालों में किसी अन्य डॉक्टरों को तैनात नहीं किया गया। जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं पर असर पड़ा।
पाठक ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), चिकित्सा और स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद को लिखे पत्र में तबादलों का कारण और ट्रांसफर किए गए डॉक्टरों की लिस्ट मांगी है।
पाठक ने पत्र में कहा, "यह मेरे संज्ञान में आया है कि हाल ही में जो ट्रांसफर किए गए हैं, उसमें पूरी तरीके से ट्रांसफर नीति का पालन नहीं किया गया है। ट्रांसफर के कारण और उनका विवरण उपलब्ध कराया जाए।"
उन्होंने आगे लिखा, "राज्यभर के जिलों से मरीजों को राजधानी लखनऊ में रेफर किया जाता है। ऐसे में डॉक्टरों का बड़े पैमाने पर ट्रांसफर करना और उनकी जगह पर किसी को तैनात ना करना यह स्वास्थ व्यवस्थाओं को चुनौती देता है।"
ब्रजेश पाठक उपमुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा करते रहते हैं।
महामारी के दौरान पाठक ने अमित मोहन प्रसाद को पत्र लिखकर अस्पतालों में सुविधाओं की कमी पर दुख जताया था।
(आईएएनएस/PS)