सार
दिल्ली एनसीआर ( delhi-ncr) से गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में एक बड़ी बहन ने अपने छोटा भाई आदर्श (उम्र 15 साल) को मोबाइल ना चलाने के लिए डांट दिया। आदर्श नौवीं कक्षा में पढ़ता था। बहन की डांट से दुखी होकर भाई आदर्श ने फांसी लगाकर अपनी जान ले ली।
दिल्ली एनसीआर में भाई-बहन के बीच मोबाइल को लेकर छोटे झगड़े ने लिया सुसाइड जैसा बड़ा रूप!
मोबाइल किसी के लिए इतना जरूरी हो जाएगा कि यदि उसका इस्तेमाल न कर पाए तो खुद की जान लेकर सुसाइड ( suicide) करना एक अंतिम निर्णय होगा? जी हां, दिल्ली एनसीआर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर एक बड़ी बहन ने अपने छोटे भाई आदर्श (Aadarsh) को मोबाइल ना चलाने से मना किया। बड़ी बहन के लगातार डांटने पर छोटा भाई आदर्श दुखी हो गया और फांसी के फंदे को अपने गले से कसकर सुसाइड कर ली।
परिवार ने तुरंत निजी अस्पताल में कराया भर्ती
मृतक आदर्श के पिता अनिल कुमार झा सोनीपत कुंडली स्थित एक एक्सपोर्ट कंपनी में कार्यरत हैं। अस्पताल में जांच पड़ताल और पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने आदर्श का शव परिवार जन के हवाले कर दिया। हालांकि आदर्श के इस फैसले से परिवार सदमे में पहुंच चुका है और माता-पिता का रो-रो पर बुरा हाल है। पुलिस ने आदर्श के कमरे में छानबीन की लेकिन कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ।
लगातार बड़ी बहन के डांटने पर आदर्श ने उठाया था यह कदम
डिप्टी कमिश्नर भीष्म शर्मा ने जांच पड़ताल में पता लगाया कि बुधवार को आदर्श की छुट्टी थी। आदर्श ( Aadarsh) लगातार फोन चला रहा था और बड़ी बहन उसे फोन रख कर पढ़ाई करने को कह रही थी। आदर्श बड़ी बहन की बात नहीं मान रहा था इसलिए बड़ी बहन लगातार डांट रही थी। बड़ी बहन की लगातार डांट से आदर्श नाराज होकर अपने कमरे में चला गया। जब कुछ देर बाद बहन कमरे में गई तो उसने अपने छोटे भाई को फांसी के फंदे पर लटकता हुआ देखा। हालांकि बड़ी बहन अब रो-रो कर एक ही बात कह रही है कि मैंने भाई को क्यों डाटा।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको दिल्ली एनसीआर के एक संगीन मामले के बारे में बताया है, जहां नौवीं कक्षा में पढ़ रहे आदर्श नाम के छात्र ने बड़ी बहन के मोबाइल न चलने से मना करने और लगातार डांटने पर दुखी होकर सुसाइड कर ली।
RH/PSA