स्वर कोकिला लता मंगेशकर की स्मृति में लता दीनानाथ पुरस्कार का आयोजन किया जाता और इस पुरस्कार को सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को दिया गया था। पीएम मोदी को इसके अलावा एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया था। लेकिन अब लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने जानकारी दी है कि अब इस रकम को ट्रस्ट की तरफ से पीएम केयर्स फंड में दान करने का फैसला किया गया है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने इस पुरस्कार से प्राप्त धनराशी को एक चैरिटी के लिए दान करने का फैसला किया था। ट्रस्ट ने ये जानकारी दी कि चैरिटी के लिए उनके द्वारा दी गई एक लाख रुपये की राशी को पीएम केयर फंड में देने का फैसला किया।
हृदयनाथ मंगेशकर ने 26 मई को एक ट्वीट कर बताया कि उन्हें पीएम मोदी की तरफ से एक खत मिला है। उन्होंने ट्वीट में बताया कि उन्हें पीएम मोदी की तरफ से एक खत मिला है। एक चैरिटी के लिए डोनेट करने का फैसला किया था। ट्रस्ट ने ये जानकारी दी कि चैरिटी के लिए उनके द्वारा दी गई एक लाख रुपये की राशी को पीएम केयर फंड में देने का फैसला किया।
इस पत्र में पीएम मोदी ने लिखा, "पिछले महीने मुंबई में पुरस्कार समारोह के दौरान मुझे जो स्नेह मिला, उसको मैं कभी नहीं भूल सकता। मुझे अफसोस है कि अपनी तबीयत खराब होने के कारण मैं आपसे मिल नहीं सका, लेकिन आदिनाथ ने कार्यक्रम को अच्छे से मैनेज किया’।
मोदी ने लिखा, ‘जब मैं ये पुरस्कार ग्रहण करने और अपना वक्तव्य देने के लिए उठा, तब मुझे कई तरह की भावनाओं ने घेर लिया। सबसे ज्यादा याद मुझे लता दीदी की आई। जब मैं पुरस्कार ले रहा था तब मुझे ये आभास हुआ कि मैं इस बार एक राखी से गरीब हो गया हूं। मुझे ये एहसास हुआ कि अब मुझे अपने स्वास्थ्य के बारे में पूछने वाला, मेरी भलाई के बारे में पूछने और साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा करने वाले फोन कॉल नहीं मिलेंगे’।
उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा कि इस पुरस्कार के साथ मुझे 1 लाख रुपये की नकद राशि मिली है, क्या मैं इसे किसी धर्मार्थ संस्थान को उनके कार्यों के लिए दान करने का अनुरोध कर सकता हूं? इस राशि का इस्तेमाल दूसरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है, जो लता दीदी हमेशा से करना चाहती थीं। उन्होंने आखिर में लिखा- ‘मैं एक बार फिर मंगेशकर परिवार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और लता दीदी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’
Written By Lakshya Gupta :: Input Various Sources