भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के तीनों नगर निगम के मेयर के साथ केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली में 95 प्रतिशत प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार को भाजपा ने जिम्मेदार ठहराया है।
तीनों मेयर ने कहा है कि, "नगर निगमों की ओर से प्रदूषण को रोकने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं, मगर दिल्ली सरकार के मंत्री फोटो खिंचाने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। दिल्ली में 90 प्रतिशत काम निगम कर रही, जबकि 90 प्रतिशत फंड दिल्ली सरकार के पास है। निगम को उनके पैसे दिल्ली सरकार नहीं दे रही है।"
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री हर साल की तरह सिर्फ बातें व झूठा प्रचार कर रहे हैं। मैं उनसे पूंछता हूं कि आप मुख्यमंत्री क्या सिर्फ प्रचार करने के लिए बने हैं? आपने आज तक दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए क्या किया?
प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, "दिल्ली की जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आज तीनों नगर निगम स्प्रिंकलर,जेट स्प्रे,स्वच्छता व वृक्षारोपण के माध्यम से वायु प्रदूषण से निपटने का काम रही हैं। मैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से अपील करता हूं कि वे तीनों नगर निगमों को उनके हक का पैसा जल्द से जल्द दें।"
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केवल अखबारों में विज्ञापन देने का शौक है। न तो वह दिल्ली को प्रदूषण से राहत देने के लिए बजट का उपयोग करते हैं और ना ही निगम को उनके हक का पैसा देते हैं। पराली की वजह से केवल पांच प्रतिशत प्रदूषण होता है बाकी 95 प्रतिशत की जि़म्मेदारी केजरीवाल सरकार की है। दिल्ली सरकार के मंत्री सिर्फ फोटो खिचवाते हैं और झूठा प्रचार करते हैं। जो भी घोषणा करते हैं उनमें से एक भी जमीन पर नहीं उतरती।"
महापौर निर्मल जैन ने कहा कि पूर्वी दिल्ली निगम को मोदी सरकार से 40 स्प्रिंकलर मिले हैं, जिससे धूल रोकने के लिए लगातार पानी का छिड़काव कर रहे हैं। इस बार विशेष रूप से 5 एंटी स्मोक गन काम कर रहे हैं।
महापौर जय प्रकाश ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने अपने सभी 6 जोन में एक महा अभियान की शुरूआत की है। इसके लिए केंद्र सरकार से निगम को सहयोग मिला है। हमारे 130 स्प्रिंकलर रोजाना सभी इलाकों में पानी का छिड़काव करते हैं।
महापौर अनामिका ने बताया कि सौ प्रतिशत घरों से डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण किया जा रहा है। एक हजार ऑटो टिपर, 142 एमटीएस, 67 हूक लोडर्ज की व्यवस्था की गई है। (आईएएनएस)