भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 तारीख की शाम कोरोना की महामारी से लड़ने के लिए एक बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। 20 लाख करोड़ के इस आर्थिक पैकेज को कोरोना महामारी की चपेट में आए विभिन्न क्षेत्रों के उत्थान के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान प्रधानमंत्री मोदी ने 12 तारीख की शाम देशवासियों को संबोधित करते हुए किया ।
इस पैकेज के अलावा प्रधानमंत्री ने कई ऐसी महत्पूर्ण बात कही जिस पर ध्यान देना ज़रूरी है। "लोकल के लिए वोकल" होने का नारा देने के साथ प्रधानमंत्री ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही। ऐसी अपील से प्रधानमंत्री ने भारत में, विदेशों से आई कंपनियों की जगह भारतीय उद्योग को बढ़ावा देने की ओर संकेत दिया है।
बीते कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी लगातार ये मांग कर रही थी की प्रधानमंत्री कम से कम जीडीपी का 5-6 प्रतिशत आर्थिक पैकेज के रूप मे ऐलान करें। लेकिन प्रधानमंत्री के 10% के ऐलान के बाद कांग्रेस ने अपना बयान बदलते हुए, अब जीडीपी का 50% देने की मांग कर दी है।
हालांकि सोशल मीडिया पर लगातार इस मांग का मज़ाक उड़ाए जाने के साथ इसे बेतुका बताया जा रहा है।
ऐसे ही कई और लोग भी सामने आयें जिन्होंने ये तक सवाल कर दिया की, "ऐलान तो कर दिया लेकिन इतना पैसा आएगा कहाँ से?" इन्ही में से कई लोग बीते कुछ दिनों से लगातार पीएम केयर्स फ़ंड का हवाला दे कर, दान मे आए पैसों के इस्तेमाल पर सवाल उठा रहे थे।