केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि गंगा का कायाकल्प केवल सरकारी काम नहीं है, बल्कि इसमें निरंतर सार्वजनिक जुड़ाव और संवाद अनिवार्य रूप से शामिल है। उन्होंने कहा कि गंगा का संरक्षण और संवर्धन एक सतत कार्य है जिसके लिए जनभागीदारी बढ़ानी होगी। केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को तीन दिवसीय गंगा उत्सव कार्यक्रम के समापन पर कहा, "यह कार्यक्रम गंगा के प्रति हमारी आस्था को हमारे कर्तव्य में बदलने का एक बेहतरीन अवसर है।"
मां गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित गंगा उत्सव में शेखावत ने याद दिलाया कि कैसे अविरल और निर्मल गंगा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आह्वान गंगा उत्सव 2020 के रूप में बड़ा जनआंदोलन बन गया है।
उन्होंने कहा, "मां गंगा का संरक्षण और संवर्धन एक सतत कार्य है। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए हमें जनभागीदारी को बढ़ावा देना होगा। हमें लोगों के बीच जाकर उनमें मां गंगा के प्रति उनके कर्तव्यों को पूर्ण करने की भावना जागृत करनी होगी। यह तभी किया जा सकता है, जब हम लोगों को यह महसूस कराने में सक्षम हों कि गंगा का हमारे जीवन में कितना अधिक महत्व है।"
शेखावत ने कार्यक्रम के दौरान गंगा एरियल मूवी को लांच किया।
(Pixabay)
एनएफडीसी द्वारा निर्मित इस फिल्म में गंगा की उत्पत्ति से लेकर सागर में मिलने तक के चकित कर देने वाले हवाई दृश्य में शामिल है। फिल्म में न केवल पांच शानदार गंगा घाटों की विशेषता को दिखाया गया है, बल्कि एनएमसीजी द्वारा किए गए एसटीपी जैसे अन्य शानदार कार्यो के बारे में भी बताया गया है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि जर्मन डेवलपमेंट एजेंसी ने गंगा नदी के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में सहायता के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। गंगा बॉक्स नवीन शिक्षण उपकरण है, जिसे इस परियोजना के हिस्से के रूप में केंद्रीय मंत्री शेखावत द्वारा लॉन्च किया गया।
बयान में कहा गया कि कंप्यूटर से भी तेज दिमाग रखने वाले कॉमिक्स की दुनिया के प्रतिष्ठित भारतीय महानायक चाचा चौधरी भी गंगा के कायाकल्प के लिए नमामि गंगे के साथ जुड़ गए हैं। डायमंड टून गंगा नदी के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने और गंगा कायाकल्प के लिए आम जनता को सर्वोत्तम ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए चाचा चौधरी के साथ नई टाकिंग कॉमिक्स का प्रकाशन करेगा। इसके टीजर को 'गंगा उत्सव-2020' के दौरान जारी किया गया।
प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मुझे गाने की प्रेरणा मां गंगा के घाटों पर अभ्यास करते समय मिली थी। उन्होंने मां गंगा को नमामि गंगे नामक गीत भी समर्पित किया। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने गंगा उत्सव के विषय में बताया कि इस बार न केवल भारत से, बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लोग इस उत्सव में शामिल हुए।(आईएएनएस)