फरवरी में हुए दिल्ली के हिन्दू विरोधी दंगों में 50 से ज़्यादा लोगों की जानें गयी थी। उस वक़्त शाहरुख पठान का नाम काफी चर्चा में आया था। दंगों के दौरान पुलिस हैड कांस्टेबल दीपक दहिया की ओर बंदूक लहराते हुए गोलियां चलाने वाले शाहरुख पठान को एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार ने अनुराग मिश्रा बताने की कोशिश की थी। हालांकि उनका ये प्रयास असफल रहा था।
25 जून की रात शरजील उसमानी नाम के एक व्यक्ति ने उसी शाहरुख को अपना हीरो मानते हुए ये कहा की दंगों के दौरान शाहरुख एक 'मुजाहिद' की तरह लड़ रहा था। ये बातें, शरजील के ट्वीटर हैंडल @SharjeelUsmani से ट्वीट कर, कह़ी गई है। आपको बता दें की शरजील उसमानी कोई ऐरा-गैरा ट्रोल नहीं बल्कि 21,000 से ज़्यादा फ़ालोवर रखने वाला एक पत्रकार है।
लिंकडेन पर शरजील की प्रोफ़ाइल के ज़रिये पता चलता है उन्होने, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से 2019 में पॉलिटिकल साइन्स में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की थी। इसके अलावा वो दी वायर उर्दू और न्यूज़लौंड्री जैसे कट्टर वामपंथी मीडिया संगठन के लिए लंबे समय तक संवाददाता और लेखक के रूप में काम कर चुके हैं।
दंगों के दौरान खुले आम गोलियां चलाने वाले शाहरुख के लिए 'मुजाहिद की तरह लड़ा' जैसे वाक्यों का प्रयोग कर उसे नायक बताना, ना सिर्फ शाहरुख द्वारा किए गए कृत्यों का समर्थन है बल्कि पुलिस और हिंदुओं के खिलाफ की जाने वाले हिंसा को एक प्रकार से बढ़ावा देने का प्रयास भी है।
जिस तरह पाकिस्तान, ओसामा को शहीद मानता है, कश्मीर में पनप रही कुछ देश विरोधी ताक़तें, रियाज़ नाइकू, बुरहान वाणी व अफ़्ज़्ल गुरु को शहीद मानती है, उसी प्रकार शाहरुख को 'मुजाहिद' और 'नायक' बता कर शरजील, धर्म के नाम पर किए जाने वाले आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।
हालांकि निजी तौर पर हमने शरजील उसामनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है। इस शिकायत में शरजील पर 'साइबर आतंकवाद' का आरोप लगाया गया है।