बेटियां सशक्त होंगी तभी हमारा देश भारत मजबूत होगा क्योंकि एक साक्षर लड़की सदैव अपने भाइयों-बहनों, पड़ोसियों को शिक्षित करने का प्रयास करेगी; इससे एक नई चेतना आएगी, जो कुशलता को बढ़ावा देगी और रोजगार के अनगिनत अवसर भी पैदा करेगी। यह कहना है जेएसपीएल फाउंडेशन की चेयरपर्सन शालू जिन्दल का, जो भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में 1914 में स्थापित श्री किशोरी रमन गर्ल्स इंटर कॉलेज के नए भवन के भूमि पूजन समारोह में ऑनलाइन अपने विचार प्रकट कर रही थीं।
जेएसपीएल फाउंडेशन इस इंटर कॉलेज के भवन के जीर्णोद्धार में सहयोग करेगा। ओपी जिन्दल ग्रुप के संस्थापक चेयरमैन ओपी जिन्दल के बताए मार्ग पर चलकर जेएसपीएल चेयरमैन नवीन जिन्दल के समर्थन और सहयोग से बेटियों की उत्तम शिक्षा के लिए फाउंडेशन ने यह अनूठी पहल की है।
शालू जिन्दल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति समाज के लिए कुछ न कुछ अच्छा करने का प्रयास करता रहता है। उनकी भी एक अभिलाषा है कि वह देश की बेटियों को अच्छी शिक्षा दिलाने का प्रयास करें। बेटियां राष्ट्र निर्माण में सर्वश्रेष्ठ योगदान कर सकती हैं। बृज शिक्षा कायाकल्प के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार के 500 से अधिक स्कूलों में शैक्षिक सुविधाओं के विकास में योगदान कर रही यह संस्था हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।
यूनिसेफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने आान किया कि हम सभी बेटियों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाएं तो देश की तस्वीर में खुशहाली और संपन्नता का रंग घुल जाएगा। खुशी की बात यह है कि अब युग बदल रहा है। हम सभी को पूरे समर्पण से बेटियों को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। शिक्षा ही एकमात्र ऐसा माध्यम है, जो बेटियों को सशक्त बना सकती है।
उन्होंने कहा कि एक साक्षर लड़की सदैव अपने भाइयों-बहनों, पड़ोसियों को शिक्षित करने का प्रयास करेगी; इससे एक नई चेतना आएगी, जो कुशलता को बढ़ावा देगी और रोजगार के अनगिनत अवसर भी पैदा करेगी। इसलिए हमें आत्मनिर्भर भारत के सपने साकार करने के लिए बेटियों को उत्तम शिक्षा प्रदान करने की प्रक्रिया में और तेजी लानी होगी।
(सांकेतिक चित्र)
1914 में स्थापित श्री किशोरी रमन बालिका इंटर कॉलेज बालिका शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहा है। खासकर आर्थिक रूप से कमजोर और निम्न-मध्यवर्गीय परिवारों की बेटियों के भविष्य निर्माण के लिए यह इंटर कॉलेज प्रयासरत है। जेएसपीएल फाउंडेशन ने इसके जीर्ण-शीर्ण भवन को नया रूप देने में सहयोग की पहल की है।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त लगभग 30 हजार वर्गफुट में यह भवन तैयार होगा जो भूकंप रोधी भी होगा। स्कूल में दिव्यांग बच्चों के लिए भी विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी। तीन मंजिला नए भवन में लगभग 5000 बेटियों को दो पालियों में उत्तम शिक्षा दी जाएगी। वास्तु को ध्यान में रखते हुए स्कूल भवन का निर्माण इस तरह किया जाएगा कि बच्चियों को सूर्य का प्रकाश और स्वच्छ वायु सदैव मिले।
यह स्कूल स्थानीय प्रतिभाओं के लिए रोजगार का माध्यम भी बनेगा। इस भवन के डिजायन और तकनीकी सहयोग का दायित्व जेएसपीएल-आर्किटेक्चर कंस्ट्रक्शन और जेआरएल, सोनीपत उठाएगा। उम्मीद है कि एक साल में यह भवन बनकर तैयार हो जाएगा।
इस अवसर पर मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्रा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर, एसडीएम क्रांति शेखर, सामाजिक कार्यकर्ता प्रियल भारद्वाज और अनेक गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद थे।(आईएएनएस)