केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को 'आयुष्मान सीएपीएफ' स्वास्थ्य सेवा योजना की शुरुआत की, जिसके तहत देश के सभी सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों (सीएपीएफ) को केंद्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम के लाभ मिलेंगे। गुवाहाटी के एमिंगॉन में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कुछ कर्मियों के बीच 'आयुष्मान सीएपीएफ' स्वास्थ्य कार्ड का औपचारिक रूप से वितरण किया।
इस योजना के तहत, सीएपीएफ, असम राइफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल के लगभग 28 लाख कर्मियों और उनके परिवारों को 'आयुष्मान भारत : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' (एबी पीएम-जेएवाई) में शामिल किया जाएगा।
गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा एक संयुक्त पहल के साथ यह योजना सेवारत सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगी। इसे चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में लागू किया जाएगा।
यह पहल सीएपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों द्वारा एनएचए के आईटी प्लेटफॉर्म पर एक कागज रहित सेवा के लिए स्वास्थ्य लाभ का लाभ उठाने के किसी भी पेपर-आधारित मैनुअल प्रक्रिया से दूर जाने में मदद करेगी। इसके अलावा, एक चौबीसों घंटे के कॉल सेंटर, ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन प्रणाली, धोखाधड़ी और दुरुपयोग नियंत्रण प्रणाली, और वास्तविक समय की निगरानी डैशबोर्ड योजना की अन्य प्रमुख विशेषताएं हैं।
गुवाहाटी में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रााधिकरण (एनएचए) और केंद्रीय गृह मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर गृहमंत्री शाह, असम के मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनोवाल, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा मौजूद रहे।(आईएएनएस)