भारतीय ध्वज(Indian Flag) न केवल यूक्रेन में फंसे भारतीयों(Indians) के बचाव में आया, बल्कि पाकिस्तानी और तुर्की छात्रों(Pakistani And Turkish Students) को युद्धग्रस्त देश से भागने में भी मदद की।
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने पहले संकटग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकासी के लिए अपने वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने की सलाह दी थी।
यूक्रेन(Ukraine) से रोमानिया के बुखारेस्ट शहर पहुंचे भारतीय छात्रों(Indian Students) ने कहा कि भारतीय ध्वज ने उन्हें और साथ ही कुछ पाकिस्तानी और तुर्की छात्रों को विभिन्न चौकियों को सुरक्षित रूप से पार करने में मदद की।
भारतीय ध्वज (Wikimedia Commons)
एक छात्र ने कहा, "तुर्की और पाकिस्तानी छात्र भी भारतीय झंडे का इस्तेमाल कर रहे थे।" उन्होंने कहा कि भारतीय ध्वज उनके लिए भी बहुत मददगार था।
दक्षिणी यूक्रेन के ओडेसा से आए एक मेडिकल छात्र ने कहा, "हमें यूक्रेन में कहा गया था कि अगर हम अपने साथ भारतीय झंडा लेकर चलते हैं, तो हमें कोई समस्या नहीं होगी।"
छात्रों ने यह भी विस्तार से बताया कि कैसे उन्होंने स्वयं भारतीय ध्वज बनाने के लिए बाजारों से स्प्रे पेंट खरीदे।
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एक छात्र ने कहा, "मैं बाजार में भागा, कुछ रंगीन स्प्रे और एक पर्दा खरीदा। फिर मैंने पर्दा काट दिया और इसे भारतीय तिरंगा बनाने के लिए स्प्रे-पेंट किया।"
एक छात्र ने कहा, "हमने ओडेसा से बस बुक की और मोलोडोवा सीमा पर आ गए। मोल्दोवन के नागरिक बहुत अच्छे थे। उन्होंने हमें रोमानिया जाने के लिए मुफ्त आवास और परिवहन प्रदान किया।" इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें मोलोडोवा में ज्यादा समस्या का सामना नहीं करना पड़ा क्योंकि भारतीय दूतावास ने पहले ही आवश्यक व्यवस्था कर ली थी।
छात्रों ने भारतीय दूतावास के अधिकारियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके भोजन और आश्रय की व्यवस्था की क्योंकि वे भारत वापस जाने के लिए अपनी उड़ानों का इंतजार कर रहे थे।
Input-Various Source ; Edited By-Saksham Nagar