आज दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया ने एक ट्वीट के ज़रिये जानकारी दी है की उन्होने केन्द्रीय वित्त मंत्री को चिट्ठी लिख कर, दिल्ली सरकार के लिए 5000 करोड़ रुपये की मदद मांगी है। मनीष सीसोदिया का कहना है की कोरोना के कारण दिल्ली सरकार को मिलने वाले टैक्स में 85 फीसदी की गिरावट आई है, जिसके कारण दिल्ली सरकार आर्थिक मोर्चे पर कमजोर हो गयी है। इसके साथ उन्होने केंद्र पर आरोप भी लगाया है की आपदा राहत कोष में से भी केंद्र ने दिल्ली की कोई मदद नहीं की है।
इस ट्वीट के जवाब में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने तुरंत ही एक और ट्वीट कर दिल्ली सरकार द्वारा दिये जाने वाले विज्ञापनों को लेकर फिर से सवाल उठा दिया है। मनीष सीसोदिया के 5000 करोड़ की मांग पर कपिल मिश्रा ने सवाल उठाए हैं, की जब दिल्ली सरकार के पास पैसे नहीं हैं तो विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये फूंकने की आखिर ज़रूरत क्या है।
इससे पहले 29 मई को भी कपिल मिश्रा ने कई अखबारों में छपे दिल्ली सरकार के विज्ञापनों की तस्वीर ट्वीटर पर साझा की थी जिसमे उन्होने आरोप लगाते हुए कहा था की , इन विज्ञापनों के लिए दिल्ली सरकार ने 1 दिन में लगभग 3 करोड़ रुपये फूंके हैं।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा के साथ साथ सोशल मीडिया पर भी अक्सर केजरीवाल सरकार द्वारा दिये जाने वाले विज्ञापनों पर ज़रूरत से ज़्यादा पैसे बहाए जाने को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार, इन सवालों को निरंतर नज़रअंदाज़ करती आई है।