अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का डिजाइन कुछ इस तरह से किया गया है, जिससे ये करीब 1,000 वर्षों तक सलामत रहेगा। साथ ही अधिक तीव्रता वाले भूकंप में ही इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, "नींव के खंभे मजबूत और गहरे होंगे, जो ऊपर के विशालकाय पुलों को पकड़े रहेंगे, इससे संरचना मजबूत और भूकंप प्रतिरोधी बनेगी।"
अयोध्या में कारसेवकपुरम में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राम मंदिर हजारों वर्षों तक किसी भी प्राकृतिक आपदा का सामना करने में सक्षम होगा। डिजाइन का विवरण जल्द ही तैयार हो जाएगा।
राय ने आगे कहा कि सदियों पुराने अवशेषों सहित मंदिर स्थल की खुदाई और समतलन के दौरान सामने आई सभी कलाकृतियों का प्रदर्शन मंदिर परिसर में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मंदिर का अंतिम नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा पारित किया जाएगा और अपेक्षित शुल्क का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम शुल्क में कोई छूट नहीं मांग रहे हैं।'
राय ने कहा कि ट्रस्ट के खाते में वर्तमान में 42 करोड़ रुपये का बैलेंस है और यह 1 रुपये से 1 करोड़ रुपये तक के दान से प्राप्त हुआ है।
एक प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मंदिर के आंदोलन में पूरे भारत से करीब 20,000 संतों ने भाग लिया और सभी को आमंत्रित करना संभव नहीं था। हम अयोध्या के बाहर के 90 संत और मंदिर के शहर से सिर्फ 52 संतों को ही निमंत्रण भेज सकते थे।"(IANS)