यात्रियों के यात्रा अनुभव को बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे ने सोमवार को कहा कि वह फीचर लोडेड, अपग्रेडेड तेजस स्मार्ट कोचों के साथ राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express) ट्रेनों का संचालन शुरू कर रहा है। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता डी. जे. नारायण ने कहा कि पश्चिम रेलवे में नए उन्नत तेजस स्लीपर कोच रेक की शुरूआत के साथ भारतीय रेलवे (Indian Railways) में अधिक आराम के साथ ट्रेन यात्रा के अनुभव का एक नया युग शुरू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उन्नत स्मार्ट सुविधाओं के साथ सुनहरे रंग के इन चमकीले डिब्बों को प्रतिष्ठित मुंबई (Mumbai) राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने के लिए पेश किया जा रहा है, ताकि यात्रा का सर्वोत्तम अनुभव मिल सके। उन्होंने कहा कि नई रेक के साथ ट्रेन का सोमवार से पहली बार संचालन हुआ।
नारायण ने कहा, पश्चिम रेलवे की सबसे प्रतिष्ठित और प्रीमियम ट्रेनों में से एक, मुंबई-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस (Mumbai-New Delhi Rajdhani Special Express) के मौजूदा रेक को नए तेजस-प्रकार के स्लीपर डिब्बों से बदल दिया गया है। इस तरह के दो तेजस प्रकार के स्लीपर कोच रेक बनाए गए हैं।
तेजस स्मार्ट कोच (Tejas Smart Coach) के इस्तेमाल से, भारतीय रेल का उद्देश्य निवारक रखरखाव के बजाय अनुमानित रखरखाव की ओर बढ़ना है। लंबी दूरी के सफर के लिए इस आधुनिक तेजस स्लीपर टाइप ट्रेन की पेशकश, भारतीय रेल द्वारा यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव में सुधार के लिए बदलाव का एक अन्य उदाहरण है।
राजधानी एक्सप्रेस के रूप में संचालन के लिए दो तेजस टाइप स्लीपर कोच रैक तैयार कर दी गई हैं। इन दोनों रैक में से, एक रैक में विशेष तेजस स्मार्ट स्लीपर कोच शामिल हैं, जो भारतीय रेल में पेश होने वाली अपनी तरह की पहली ट्रेन है।
लम्बी दूरी की यात्रा के लिए इस आधुनिक तेजस टाइप स्लीपर ट्रेन की शुरूआत, यात्रियों के यात्रा अनुभव को बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा एक और आदर्श बदलाव है। (IANS)
स्मार्ट कोच का उद्देश्य इंटेलिजेंट सेंसर-आधारित सिस्टम की मदद से यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है। यह जीएसएम नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ प्रदान की गई यात्री सूचना और कोच कम्प्यूटिंग यूनिट (पीआईसीसीयू) से लैस है, जो रिमोट सर्वर को रिपोर्ट करता है। पीआईसीसीयू डब्ल्यूएसपी, सीसीटीवी रिकॉडिर्ंग, टॉयलेट गंध सेंसर, पैनिक स्विच और आग का पता लगाने और अलार्म सिस्टम के साथ एकीकृत अन्य वस्तुओं, वायु गुणवत्ता और चोक फिल्टर सेंसर और ऊर्जा मीटर का डेटा रिकॉर्ड करेगा।
तेजस स्मार्ट कोच के उपयोग के साथ, भारतीय रेलवे का लक्ष्य निवारक अनुरक्षण के बजाय भविष्यसूचक अनुरक्षण की ओर आगे बढ़ना है। लम्बी दूरी की यात्रा के लिए इस आधुनिक तेजस टाइप स्लीपर ट्रेन की शुरूआत, यात्रियों के यात्रा अनुभव को बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा एक और आदर्श बदलाव है।
उन्होंने कहा, लंबी दूरी की यात्रा के लिए इस आधुनिक तेजस स्लीपर प्रकार की ट्रेन की शुरूआत, यात्रियों के यात्रा अनुभव को बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा एक और आदर्श बदलाव है। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रत्येक कोच में छह कैमरे लगे हैं, जो लाइव रिकॉडिर्ंग देता है। उन्होंने कहा, दिन रात में देखने की क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे, कम रोशनी की स्थिति में भी चेहरे की पहचान, नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर प्रदान किए जाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वचालित प्लग द्वार की भी इसमें सुविधा है। सभी मुख्य प्रवेश द्वार गार्ड द्वारा केंद्रीकृत नियंत्रित हैं। जब तक सभी दरवाजे बंद नहीं हो जाते तब तक ट्रेन शुरू नहीं होती है। फायर अलार्म, डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम: सभी कोचों में ऑटोमैटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगाये गये हैं। पेंट्री और पावर कारों में आग लगने का पता चलने पर स्वचालित अग्नि शमन प्रणाली कार्य शुरू कर देती है।
आपातकालीन चिकित्सा या सुरक्षा जैसी आपात स्थिति में टॉक बैक पर बात की जा सकती है। इसके अलावा ट्रेन में बेहतर टॉयलेट यूनिट है। एंटी-ग्रैफिटी कोटिंग, जेल कोटेड शेल्फ, नए डिजाइन का डस्टबिन, डोर लैच एक्टिवेटेड लाइट, एंगेजमेंट डिस्पले के साथ लगाए गए हैं। (आईएएनएस-SM)