नासा(NASA) अन्तरिक्ष(Space) की दुनिया का सुपरपावर है यह बात किसी से छुपी नहीं। नासा आए दिन नई उपलब्धियां हासिल करता है। अब नासा एक मिशन लांच करने को तैयार है। नासा का यह मिशन अंतरिक्ष में लेज़र सेवाओं के नए युग की शुरुवात करेगा। यह फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन में स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 41 से यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस वी-551 रॉकेट पर अंतरिक्ष में जाएगा।
नासा ने इस स्पेसशिप में एलसीआरडी आकार, वजन और बिजली की आवश्यकताओं को कम करते हुए अंतरिक्ष में संचार के लिए बैंडविड्थ बढ़ाने के लिए ऑप्टिकल संचार की अनूठी क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा।
एलसीआरडी रक्षा क्षेत्र में अंतरिक्ष परीक्षण कार्यक्रम 3(Space Testing Program 3) मिशन के प्राथमिक अंतरिक्ष यान, स्पेस टेस्ट प्रोग्राम सैटेलाइट-6 (एसटीपीएसएटी -6) पर एक पेलोड के रूप में उड़ान भरेगा।
नासा आए दिन अंतरिक्ष में तरक्की करता आया है क्योंकि उसके पास विश्व स्तरीय वैज्ञानिक और विष स्तरीय टेक्नोलॉजी है। (Wikimedia Commons)
एलसीआरडी नासा का पहला एंड-टू-एंड लेजर रिले सिस्टम होगा, जो भू-तुल्यकालिक कक्षा से पृथ्वी तक लगभग 1.2 गीगाबिट प्रति सेकंड की दर से अदृश्य इन्फ्रारेड लेजर पर डेटा भेजता और प्राप्त करता है।
नासा आए दिन अंतरिक्ष में तरक्की करता आया है क्योंकि उसके पास विश्व स्तरीय वैज्ञानिक और विष स्तरीय टेक्नोलॉजी है। नासा से आज सीखकर भारत(India) भी अंतरिक्ष के क्षेत्र अपना नाम बढ़ा रहा है।
Input-IANS ; Edited By- Saksham Nagar