नेपाल और भारत सहमत हुए सुस्ता और कालापानी सीमा विवाद के मुद्दों पर

नेपाल का राष्ट्रीय झंडा । (Pixabay )
नेपाल का राष्ट्रीय झंडा । (Pixabay )
Published on
3 min read

नेपाल और भारत सीमा मुद्दों को सुलझाने पर सहमत हो गए हैं, लेकिन दोनों देशों ने ये नहीं बताया कि सीमा का कौन सा हिस्सा। शुक्रवार सुबह काठमांडू में भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रंगला की काठमांडू यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों के उच्च अधिकारियों ने सीमा मुद्दों पर चर्चा की और विवाद सुलझाने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया।

नेपाल और भारत के बीच सुस्ता और कालापानी में कुछ पुराने सीमा विवाद हैं और सीमा कार्यसमूह नामक एक तंत्र इसे 2014 से सुलझाने की कोशिश कर रहा है। नई दिल्ली द्वारा नवंबर 2019 में अपने क्षेत्र के तहत विवादित क्षेत्रों को शामिल करने के बाद एक नया नक्शा पब्लिश किया जिसके बाद दोनों पड़ोसियों के बीच एक ताजा सीमा विवाद सामने आया ।

विवादित भूमि को शामिल नेपाल ने

भारतीय फैसले का विरोध करते हुए, नेपाल ने इस साल मई में अपने क्षेत्र के तहत उसी विवादित भूमि को शामिल करते हुए एक नया राजनीतिक मानचित्र पेश किया। इससे द्विपक्षीय संबंधों में खटास आ गई।अपनी बैठक में दोनों विदेश सचिवों ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और समीक्षा की, भारतीय दूतावास के बयान में कहा गया है कि राजनयिकों ने चल रहे कोरोना महामारी के बावजूद सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।

नेपाली पक्ष ने सीमा पार सुचारू रूप से व्यापार और वाणिज्य को सुनिश्चित करने और विकास परियोजनाओं के सक्रिय कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने में भारत सरकार की सहायता की सराहना की। बयान में कहा गया है कि दोनों विदेश सचिव उच्च स्तरीय द्विपक्षीय सहयोग में नए सिरे से गति बनाए रखने और दोनों देशों के बीच पारंपरिक रूप से करीबी, मैत्रीपूर्ण और बहुपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के लिए सहमत हुए हैं।

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री के पी कोली । (Wikimedia commons)

अंग्रेजी में पढ़ने के लिए : Solomon Islands To Ban Facebook For National Unity

राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाकात

काठमांडू यात्रा के दौरान श्रंगला ने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाकात की और भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से बधाई दी।

उन्होंने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों और इसे और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।नेपाल के प्रधान मंत्री केपी शर्मा ओली के साथ मुलाकात के दौरान, श्रंगला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उनका अभिवादन किया।उन्होंने ओली को विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली और विदेश सचिव भारत राज पौडयाल के साथ अपनी मुलाकातों से अवगत कराया।दूतावास की ओर से कहा गया, "विदेश सचिव श्रंगला ने दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय सहयोग बनाए रखने के लिए आम सहमति को रेखांकित किया, लोगों से लोगों को जोड़ने, ठोस और रणनीतिक द्विपक्षीय पहल और पारस्परिक हित के मुद्दों पर ठोस प्रगति पर जोर दिया।"

विदेश सचिव ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर की ओर से ग्यावली को अगले संयुक्त आयोग की बैठक के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया।बैठक के बाद एक अलग समारोह में, श्रंगला ने कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए ग्यावाली को रेमेडिसविर इंजेक्शन की 2,000 शीशी सौंपी।

उन्होंने कोविड से संबंधित सहायता प्रदान करने में नेपाल को भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।भारतीय विदेश सचिव ने विपक्षी दल के नेता और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा से भी मुलाकात की और नेपाल-भारत संबंधों को मजबूत करने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। श्रंगला नेपाल में दो भारत-वित्त पोषित परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करके शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली लौट आएंगे। (आईएएनएस )

Related Stories

No stories found.
logo
hindi.newsgram.com