कोरोना(Corona) की महामारी को हराने के लिए सबसे बड़ा ब्रह्मास्त्र हमारी वैक्सीन(Vaccination) है। जिसकी बर्बादी को रोकने के लिए केंद्र सरकार(Central Government) कई प्रयास कर रही है। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अस्पतालों में कोविड-19 के टीके की कोई शीशी बर्बाद ना हो।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, स्वास्थ्य मंत्रालय(Health Ministry) के अतिरिक्त सचिव विकास शील ने कहा कि निर्देश निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध टीकों के मुद्दे के संदर्भ में है, जो एक्सपायर होने के करीब है। पत्र में आगे लिखा है, "पहले भी पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र के विशिष्ट राज्यों को निर्देश जारी किए गए थे। 23 फरवरी को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र जारी किया गया था।"
केंद्र(Central Government) द्वारा लिखे गए पत्र के मुताबिक,"इस संबंध में, सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को यह दोहराया जाता है कि राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के लिए निजी कोविड वैक्सीन सेंटर के निकट समाप्ति वैक्सीन शीशियों पर विचार करने के लिए कोई आपत्ति नहीं है, जो कि लंबी अवधि के वैक्सीन शीशियों के साथ सरकारी कोविड वैक्सीन सेंटर के पास उचित परिश्रम के बाद मौजूद हैं। कृपया सुनिश्चित करें कि सरकारी कोविड वैक्सीन सेंटर के साथ-साथ निजी सेंटर पर भी कोविड वैक्सीन की कोई शीशी बर्बाद नहीं होनी चाहिए।"
मंत्रालय(Health Ministry) की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार सुबह तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास 15.19 करोड़ से अधिक बाकी और अप्रयुक्त कोविड वैक्सीन खुराक अभी भी उपलब्ध हैं। अतिरिक्त सचिव ने यह भी कहा कि इन एक्सचेंज किए गए टीकों का प्रावधान कोविन ऐप पर उपलब्ध है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 21 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन खुराक देने के साथ, भारत का कोविड टीकाकरण कवरेज 178 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 2,05,41,983 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है।
lnput : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta