दो साल के इंतजार के बाद व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस को 160 से अधिक समर्थित बैंकों के साथ यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) पर लाइव जाने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से मंजूरी मिल गई है। भारत में 40 करोड़ से अधिक व्हाट्सएप यूजर्स अब सुरक्षित रूप से दोस्तों और परिवार को पैसे भेज सकते हैं, और भुगतान सुविधा अब आईफोन और एंड्रॉइड उपयोगकतार्ओं के लिए उपलब्ध है। यह ऐप के नए संस्करण में उपलब्ध हैं।
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, "मैं आज उत्साहित हूं कि व्हाट्सएप को पूरे भारत में भुगतान शुरू करने की मंजूरी दी गई है। हम भारत के नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन के साथ इस पर काम कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह सुरक्षित और विश्वसनीय है।"
उन्होंने आगे कहा, "और हमने इसे भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस का उपयोग करके बनाया है, जो किसी के लिए भी विभिन्न ऐप पर तुरंत भुगतान स्वीकार करना आसान बनाता है और साथ ही लोगों के लिए शानदार सेवाएं प्रदान करने के लिए कंपनियों के लिए भी यह सहज होगा।"
जुकरबर्ग ने कहा, "आपको सिर्फ बैंक और उसका डेबिट कार्ड चाहिए जो यूपीआई सपोर्टेड हो और आप इसे सीधे सेट कर सकते हैं। आप इसे व्हाट्सएप के नए संस्करण में पा सकते हैं।"
व्हाट्सएप ने भारत में 2018 में ही पेमेंट फीचर का परीक्षण शुरू कर दिया था, लेकिन रेगुलेटरी बाधाओं और डेटा अनुपालन मुद्दों के कारण फीचर लॉन्च नहीं कर सका।
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कंपनी ने सूचना दी, "हमें भारत में पांच अग्रणी बैंकों के साथ काम करने को लेकर खुश है, ये बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और जियो पेमेंट्स बैंक हैं। लोग यूपीआई समर्थित ऐप का उपयोग करके किसी को भी व्हाट्सएप पर पैसे भेज सकते हैं।"
व्हाट्सएप ने कहा कि भुगतान सुविधा को सुरक्षा और गोपनीयता सिद्धांतों के एक मजबूत सेट के साथ डिजाइन किया गया है, जिसमें प्रत्येक भुगतान के लिए एक व्यक्तिगत यूपीआई पिन दर्ज करना शामिल है।
गौरतलब है कि अगस्त में एनपीसीआई द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक को सूचित किया गया था कि व्हाट्सएप ने डेटा लॉकलाइजेशन की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
ब्राजील जून में व्हाट्सएप भुगतान सेवा शुरू करने वाला पहला देश बन गया है।
भारत में व्हाट्सएप भुगतान सेवा अन्य प्रमुख प्रतियोगी जैसे कि पेटीएम, गूगल पे और फोनपे सहित अन्य के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा लाएगा। (आईएएनएस)