एनटीपीसी लायी भारत की पहली ग्रीन हाइड्रोजन माइक्रोग्रिड परियोजना

NTPC की स्थापित क्षमता लगभग 67,907.5 मेगावाट है। [Wikimedia Commons]
NTPC की स्थापित क्षमता लगभग 67,907.5 मेगावाट है। [Wikimedia Commons]
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एकीकृत ऊर्जा कंपनी NTPC ने बुधवार को कहा कि उसने एनटीपीसी सिम्हाद्री, आंध्र प्रदेश में इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग कर हाइड्रोजन उत्पादन के साथ 'स्टैंडअलोन फ्यूल-सेल आधारित माइक्रो-ग्रिड' की परियोजना प्रदान की है। कंपनी के अनुसार, यह भारत का पहला 'ग्रीन हाइड्रोजन' आधारित 'एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट( Energy Storage Project) ' होगा और दुनिया की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक होगी।

कंपनी (NTPC) ने कहा, "यह बड़े पैमाने पर हाइड्रोजन ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं का अग्रदूत होगा और देश के विभिन्न ऑफ-ग्रिड और रणनीतिक स्थानों में कई माइक्रोग्रिड के अध्ययन और तैनाती के लिए उपयोगी होगा।"

"निकटवर्ती 'फ्लोटिंग सोलर' प्रोजेक्ट से इनपुट पावर लेकर उन्नत '240 किलोवॉट सॉलिड ऑक्साइड इलेक्ट्रोलाइजर' का उपयोग करके हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा। धूप के घंटों के दौरान उत्पादित हाइड्रोजन को उच्च दबाव पर संग्रहित किया जाएगा और 50 किलोवॉट 'सॉलिड ऑक्साइड फ्यूल सेल' का उपयोग करके विद्युतीकृत किया जाएगा। सिस्टम शाम 5 बजे से सुबह 7 बजे तक स्टैंडअलोन मोड में काम करेगा।

कंपनी के अनुसार, अद्वितीय परियोजना विन्यास एनटीपीसी द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया है।

"भारत के लिए यह अनूठी परियोजना देश के दूर-दराज के क्षेत्रों जैसे लद्दाख, जम्मू और कश्मीर (जम्मू-कश्मीर) आदि को डीकाबोर्नाइज करने के लिए दरवाजे खोल देगी, जो अब तक डीजल जनरेटर पर निर्भर है।"

वर्तमान में, एनटीपीसी की स्थापित क्षमता लगभग 67,907.5 मेगावाट है जिसमें 47 स्टेशन और 26 संयुक्त उद्यम शामिल हैं। (आईएएनएस)

Input: IANS ; Edited By: Manisha Singh

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