केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह(Jitendra Singh) ने शनिवार को जम्मू(Jammu) और उसके आसपास के इलाकों में दवाएं पहुंचाने के लिए स्वदेशी रूप से निर्मित ड्रोन(Drone) के इस्तेमाल पर एक पायलट परियोजना की शुरुवात की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सिंह ने पाकिस्तान(pakistan) को आड़े हाथ लेते हुए कहां जहां पाकिस्तानी ड्रोन आतंक फैलाने और मानव जीवन को खतरे में डालने के लिए विस्फोटक ले जाते हैं, वहीं भारतीय ड्रोन ने मानव जाति की सुरक्षा और भलाई के लिए जीवन रक्षक टीके की खुराक और दवाएं लेकर कोविड योद्धाओं की भूमिका निभाई है। यह वास्तव में दोनों देशों के बीच मूलभूत अंतर है।
कोविड वैक्सीन(Covid Vaccine) की 50 शीशियों की पहली खेप का जिक्र करते हुए, जिसे मारह क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) के पास एक ड्रोन द्वारा छोड़ा गया था, सिंह(Jitendra Singh) ने कहा कि बेंगलुरु में स्वदेशी रूप से विकसित ऑक्टाकॉप्टर ड्रोन वास्तव में शांति का संदेशवाहक है, जबकि पाकिस्तान शांति भंग करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करता है। इस अवसर पर सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार (स्वास्थ्य) राजीव भटनागर की उपस्थिति में औपचारिक रूप से ड्रोन ऑपरेटरों को कोविड वैक्सीन खुराक की पहली खेप सौंपी।
जम्मू(Jammu) से मढ़ की सड़क की दूरी करीब 15 किमी है और इस दूरी को तय करने में करीब 50 से 60 मिनट का समय लगता है, लेकिन ऑक्टाकॉप्टर ने 20 मिनट के भीतर वैक्सीन की खुराक पहुंचा दी। सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (सीएसआईआर-एनएएल) और सीएसआईआर-आईआईआईएम ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, जम्मू सरकार(Jammu Government) के साथ मिलकर दूरस्थ क्षेत्रों में कोविड-19 वैक्सीन खुराक की हवाई डिलीवरी की है।
जितेंद्र सिंह(Jitendra Singh) ने कहा कि ऑक्टाकॉप्टर के माध्यम से कोविड वैक्सीन की शीशियों की डिलीवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) के हर घर दस्तक अभियान को घर-घर जाकर विशेष टीकाकरण अभियान को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करेगी साथ ही साथ सिंह ने बताया कि ऑक्टाकॉप्टर ड्रोन 20 किमी की सीमा में 10 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और यह 500 मीटर एजीएल की परिचालन ऊंचाई और 36 किमी प्रति घंटे की अधिकतम उड़ान गति से उड़ सकता है।
input : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta