देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर, उपभोक्ताओं को राहत

दिल्ली में  पेट्रोल पर वसूला जाता है करीब 49 रुपये बतौर टैक्स (Wikimedia Commons)
दिल्ली में पेट्रोल पर वसूला जाता है करीब 49 रुपये बतौर टैक्स (Wikimedia Commons)
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देश में पेट्रोल-डीजल(Petrol-Diesel) की कीमतें स्थिर होने से उपभोक्ताओं को राहत मिलने लगी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि तेल वितरण कंपनियों ने अपने दामों में कोई बदलाव नहीं किया है और पेट्रोल की कीमत स्थिर बनी हुई है। तेल वितरण कंपनियों के दैनिक मूल्य बदलाव तंत्र के तहत, पेट्रोल और डीजल की कीमतें शुक्रवार को लगातार 15वें दिन स्थिर रहीं।

दिल्ली(Delhi) में 6 बजे पेट्रोल पम्पो पर जहां पेट्रोल गिरकर 103.97 रुपये प्रति लीटर हो गया और 4 नवंबर से पिछले दिन के 110.04 रुपये प्रति लीटर से समान स्तर पर बना हुआ है। डीजल की कीमतें भी राजधानी में 86.67 रुपये प्रति लीटर पर अपरिवर्तित रहीं।

आर्थिक राजधानी मुंबई(Mumbai) में पेट्रोल की कीमत 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर है वहीं कोलकाता(Kolkata) में भी कीमतें स्थिर रहीं, जहां नवंबर के पहले सप्ताह में पेट्रोल की कीमत 5.82 रुपये घटकर 104.67 रुपये प्रति लीटर है तो वहीं डीजल 11.77 रुपये घटकर 89.79 रुपये प्रति लीटर हो गया है। चेन्नई(Chennai) में पेट्रोल की कीमत भी 101.40 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.43 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है।

देश भर में ईंधन की दरें भी सामान्य रही लेकिन स्थानीय करों के कारण खुदरा दरें अलग-अलग रही।

बात करें कच्चे तेल(Crude Oil) की तो बीते एक महीने में वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें कई मौकों पर 85 डॉलर प्रति बैरल के तीन साल के उच्च स्तर को छू चुकी हैं जोकि अब कम होकर 82 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं। यूएस इन्वेंट्री में वृद्धि ने कच्चे तेल की कीमतों को कम कर दिया है, लेकिन ओपेक प्लस का निर्णय दिसंबर में उत्पादन में केवल क्रमिक वृद्धि पर ही इसे और बढ़ा सकता है। इससे तेल कंपनियों पर फिर से ईंधन की कीमतों में बदलाव करने का दबाव पड़ सकता है।

पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल के कीमतों में बहुत बदलाव आएं हैं (Wikimedia Commons)

कीमतों में कटौती और ठहराव से पहले, पिछले 56 दिनों में से 30 बार में डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है, जिस वजह से दिल्ली में इसकी खुदरा कीमत 9.90 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

पेट्रोल की कीमतें भी पिछले 52 दिनों में 28 दिनों में बढ़ी हैं, जिससे पंप की कीमत 8.85 रुपये प्रति लीटर बढ़ गई है।
1 जनवरी से, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शुल्क में कटौती से पहले 26 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।

मार्च 2020 और मई 2020 के बीच पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपये और 16 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया था और केंद्र द्वारा शुल्क में कटौती का फैसला करने से पहले डीजल पर 31.8 रुपये और पेट्रोल पर 32.9 रुपये प्रति लीटर था।

Input-IANS ; Edited By- Saksham Nagar

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